Bhupendra Singh resign: बंद कमरे में भाजपाइयों ने चुन लिया यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष, चौधरी भूपेंद्र सिंह देंगे इस्तीफा?
Bhupendra Singh resign: दिल्ली में पार्टी की बैठक के दौरान बंद कमरे में भाजपाइयों ने यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया। दूसरी ओर, यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी भी ले ली है।
Bhupendra Singh resign: बंद कमरे में भाजपाइयों ने चुन लिया यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष, चौधरी भूपेंद्र सिंह देंगे इस्तीफा?
Bhupendra Singh resign: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे पर बीजेपी लगातार मंथन कर रही है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 80 में महज 33 सीटें मिलीं। जबकि सपा को 37 सीटें मिली और कांग्रेस ने भी छह सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि चुनावी प्रचार अभियान के दौरान बीजेपी ने 400 पार का नारा दिया था और वहीं यूपी में सभी 80 सीटें जीतने का दावा किया था, लेकिन नतीजों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा। यहां तक कि अयोध्या में भी बीजेपी हार गई। प्रदेश में बीजेपी के इस प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बीच बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में भूपेंद्र चौधरी ने खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली है।
बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने तय किया यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष
इस बीच जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात सामने आ रही है। वह ये कि भाजपा के कुछ प्रदेश पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की बहुत जल्दी दिखा रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष भी तय कर डाला है। यह सबकुछ दिल्ली में यूपी भवन के एक बंद कमरे में हुआ। यहां प्रदेश लेवल के एक पदाधिकारी ने प्रदेश अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव रखा। इस दौरान बाकी पदाधिकारियों ने उसका अनुमोदन कर दिया।
इस बैठक में कई प्रदेश पदाधिकारियों के साथ कुछ विधायक भी मौजूद थे। जिन सज्जन की ताजपोशी तय की गई, वो कुछ समय पहले तक प्रदेश के बड़े नेता के करीबी समझे जाते थे। मगर इनको अत्यधिक महत्वाकाक्षांओं से इन दिनों वो भी चौकन्ने हो गए हैं।
ये मामला उस समय का बताया जा रहा है। जब प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेने वाले थे। शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए यूपी से भी भाजपाइयों की लंबी-चौड़ी फौज पहुंची थी। इनमें कुछ पदाधिकारी होने के साथ ही माननीय भी थे। कई लोग यूपी भवन में ठहरे थे। वहां यूपी की हार पर चर्चा होने के साथ ही प्रदेश की आगामी सियासत को लेकर नई स्क्रिप्ट भी लिखी गई। करीब आधा दर्जन से अधिक लोग इस बैठक का हिस्सा बने। फिर खराब प्रदर्शन के चलते यूपी में
शपथ ग्रहण में भाग लेने गए नेताओं ने यूपी भवन में लिखी नई स्क्रिप्ट
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यूपी भवन में प्रदेश के नए अध्यक्ष की स्क्रिप्ट लिखी गई। इस दौरान मौजूदा अध्यक्ष के कार्यकाल में ही प्रदेश संगठन में प्रमोशन पाने वाले एक नेताजी ने एक प्रमुख प्रदेश पदाधिकारी के नाम का प्रस्ताव रखा। कहा कि जब नया अध्यक्ष बनना ही है तो इनसे बेहतर और कौन होगा। पार्टी के सामाजिक समीकरण में भी फिट बैठते हैं। नेताजी यहीं नहीं रुके। कहा गया कि इसी जाति के सटने के चलते यूपी में भाजपा की वापसी भी हुई थी।
बुंदेलखंड के एक चर्चित विधायक ने भी प्रदेश पदाधिकारी द्वारा रखे गए इस प्रस्ताव का समर्थन कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का तो यहां तक कहना है कि अपने वफादार के इस प्रस्ताव पर मौजूद लोगों का समर्थन मिलने पर भावी अध्यक्ष घोषित किए गए पदाधिकारी मन ही मन मुस्करा रहे थे। यह अलग बात है कि इस बार पार्टी की नैया सर्वाधिक उनके क्षेत्र में ही इवी। उनकी तेज चाल के चलते ही प्रदेश में उनके गॉड फादर माने जाने वाले नेता ने भी हाथ खींचना शुरू कर दिया है।
दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिले चौधरी भूपेंद्र सिंह
पार्टी सूत्रों के अनुसार शनिवार को दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बीच करीब 30 मिनट तक बैठक चली है। इस दौरान यूपी में पार्टी के खराब प्रदर्शन की भूपेंद्र चौधरी ने नैतिक जिम्मेदारी ली। कहा कि नतीजों के लिए प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वो जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकते। हालांकि इस मामले में जेपी नड्डा ने भूपेंद्र चौधरी से कहा कि यूपी के परिणामों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके लाएं। जेपी नड्डा ने कहा कि इस महीने के आखिरी हफ्ते में दिल्ली में लोकसभा चुनाव परिणामों की समीक्षा के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी। उसमें जो भी पार्टी नेतृत्व का जो भी निर्देश होगा, उस पर आगे कार्य करेंगे।
भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा को बताया कि यूपी में मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके साथ ही अब तक प्रदेश भर से करीब 40 हजार स्थानीय नेता और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा चुका है। इस दौरान भूपेंद्र चौधरी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अयोध्या हार पर भी चर्चा की।
बीजेपी मानती है कि यूपी में कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट में से बीजेपी समर्थित लोगों के नाम या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए। बस्ती, अयोध्या, श्रावस्ती समेत करीब 8/10 लोकसभा सीटों पर ये शिकायतें सामने आई हैं। इस दौरान महंत राजू दास के मामले की भी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जानकारी ली।
29-30 जून को हो सकती है राष्ट्रीय नेतृत्व की बैठक
बीजेपी सूत्रों की मानें तो दिल्ली में 29/30 जून तक राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हो सकती है। इस बैठक में पूरे देश में राज्यवार लोकसभा चुनाव नतीजों पर चर्चा की जाएगी। वहीं सूत्रों का ये भी कहना है कि 25 जून तक यूपी में लोकसभा चुनाव परिणाम पर बीजेपी की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। यह रिपोर्ट दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में रखी जाएगी। इसके बाद यूपी में बीजेपी आगे की रणनीति तय करेगी। अभी फिलहाल यह मामला ठंडे बस्ते में दिखाई दे रहा है।