एक तरफ जहां पूरी सरकार राम के नाम और अयोध्या के गुणगान गाकर चल रही है. वही भाजपा के सहयोगी दल भगवान राम को लेकर ऐसी ओछी बातें करते हुए अपनी जाति का नेता खुद को साबित करने में लगे हैं. कहीं ऐसा न हो कि राम नाम जपने वाली भाजपा के सहयोगी दलों के नेता बेबाक बयानबाजी से भाजपा को सत्ता से दुर ही कर दें.
निषाद राज के साथ लगे श्रीराम को गले लगाता फोटो
संजय निषाद ने प्रयागराज में एक प्रेस वार्ता में कहा कि राम को उनके माता-पिता नहीं समझ सके, निषाद राज ने उन्हें पहचाना। अयोध्या वासी भी भगवान श्री राम को नहीं समझ पाए। ये बात इजराइल की एक लायब्रेरी से पता चली। भगवान श्री राम की पहचान राजा निषाद को थी इसलिए वे भगवान के समान हैं।
संजय निषाद ने कहा कि अगर वोट बंटेगा तो उसका लाभ दूसरे दलों को होगा. ऐसे में हमें एक होकर साथ रहना होगा. भाजपा के साथ हमारा गठबंधन है इसलिए निषादों को आरक्षण दिया जाना चाहिए।