जनसभा को संबोधित करने के दौरान अखिलेश ने कहा कि सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन देखकर फैसले लेते थे। इसलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे। सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे। एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की। वह बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे।
बीजेपी सांसद ने साधा निशाना भाजपा सांसद ने कहा कि अखिलेश यादव सरदार पटेल की जयंती के एक दिन पहले आपके पिताजी (मुलायम सिंह यादव) ने 30 अक्टूबर, 1990 को अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलवाई थी, मां सरयू का आंचल लाल हो गया था। यादव को लक्ष्य कर उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण में इतना नीचे मत गिरो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह नेअखिलेश यादव का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर भी इनको अपने आदर्श ‘जिन्ना’ याद आ ही गए।’
मुस्लिम तुष्टीकरण में अंधे हुए अखिलेश अखिलेश के भाषण पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि जाति और मजहब की राजनीति करने वाले अखिलेश ऑस्ट्रेलिया से पढ़ कर आए हैं। अखिलेश के इस बयान को सुन मुलायम सिंह भी माथा पकड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण में इतने अंधे हो गए हैं कि एक तरफ जब सत्ता रहती है तो आतंकवादियों को छोड़ने की पैरवी करते हैं और जब आज सत्ता से बाहर हैं तो जिन्ना की पैरोकारी कर रहे हैं और आज महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल से जिन्ना की बराबरी कर रहे हैं और उन्हें आजादी की लड़ाई का श्रेय दे रहे हैं।