भाजपा के लिए आक्रामक नहीं दिख रहीं अपर्णा
हमने अपर्णा यादव के ट्विटर अकाउंट को खंगाला है। इसके जरिए जानना चाहा है कि वो भाजपा के पक्ष में कितना बोली हैं और सपा के खिलाफ कितना। उनके ट्वीट से लगता है कि वो अब भाजपा के लिए ज्यादा आक्रामक रहने के मूड में नहीं हैं और सपा की तरफ नरमी बरत रही हैं।
किसी भाजपा नेता के साथ मुलाकात नहीं!
बीते दो महीने में अपर्णा ने किसी बड़े भाजपा नेता से मुलाकात का जिक्र ट्विटर पर नहीं किया है। 15 फरवरी को उन्होंने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के साथ शिष्टाचार भेंट की एक तस्वीर शेयर की है।
अपर्णा का जो पिंड ट्वीट है। उसमें यूपी और केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन ग्रीन लागू करते हुए आलू और टमाटर के भंडारण पर 50 प्रतिशत सब्सिडी की उत्तम व्यवस्था की बात कही गई है।
अपर्णा यादव ने इस दौरान एक भी ट्वीट ऐसा नहीं किया है, जिसमें मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की आलोचना की गई हो। बीजेपी नेता के भी किसी भी ऐसे ट्वीट को रीट्वीट नहीं किया है, जिसमें सपा पर हमला हो। भाजपा में भी सिर्फ नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के कुछ ट्वीट ही उन्होंने रीट्वीट किए हैं।
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सपा में लौटने के कयास क्यों?
अपर्णा यादव के अखिलेश यादव और डिंपल यादव से अच्छे रिश्ते नहीं माने जाते हैं। कहा जाता है कि शिवपाल यादव और उनके परिवार से अपर्णा की अच्छी बनती है। शिवपाल यादव सपा में आ चुके हैं तो ऐसे कयास भी हैं कि वो अपर्णा की भी वापसी करा सकते हैं। हालांकि ये सब सियासी गलियारों की चर्चा है, इस पर कोई आधिकारिक बयान किसी का नहीं आया है।