परिसर को रैगिंग मुक्त रखने का वादा इस मौके पर कुलपति ने छात्र-छात्राओं को रैगिंग की प्रभावी रोकथाम के लिए एमसीआई, यूजीसी, उत्तर प्रदेश सरकार और सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी। कुलपति ने बताया कि यदि परिसर में किसी भी प्रकार की रैगिंग की शिकायत सामने आती है तो विश्वविद्यालय प्रशासन दोषी के खिलाफ कार्यवाही करेगा। कुलपति ने दोनों बैचों के विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि वे विश्वविद्यालय परिसर तरह से रैगिंग की घटनाओं से मुक्त रखेंगे।
अनुशासन बनाकर रखने की नसीहत शपथ के दौरान विश्वविद्यालय के प्राक्टर प्रोफेसर आर एस कुशवाहा ने छात्र-छात्राओं से कहा कि परिसर में अनुशासन बनाकर रखें और कक्षाओं में अपनी उपस्थिति एमसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पूरा करें। इस मौके पर डीन मेडिकल स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर यू बी मिश्रा सहित प्राक्टर बोर्ड के सदस्य और संकाय सदस्य मौजूद रहे।
पूर्व में हो चुकी है रैगिंग की घटनाएं केजीएमयू में पूर्व में रैगिंग की घटनाएं कई बार सामने आती रही हैं। कुछ समय पूर्व रैगिंग की शिकायत सामने आने पर एक जांच कमिटी का भी गठन किया गया था। रैगिंग को रोकने के लिए विशेष प्रकोष्ठ भी मेडिकल विश्वविद्यालय में गठित किया गया है। इसके बावजूद समय-समय पर मेडिकल संस्थानों में रैगिंग की घटनाएं सामने आ जाती हैं। ऐसी ही घटनाओं पर रोकथाम लगाने के मकसद से मेडिकल कॉलेज में अन्य सभी प्रयासों के साथ ही शपथ दिलाने का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है।
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