एक राज्य में नहीं रह सकते दो राज्यपाल दरअसल संविधान के मुताबिक एक राज्य में दो राज्यपाल नहीं रह सकते और न ही संवैधानिक व्यवस्था में राज्यपाल का पद खाली रखा जा सकता। इसलिए जब तक आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद की कमान नहीं संभाल लेंगी तब तक बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन वहां का पद छोड़कर मध्यप्रदेश (MP Rajyapal) नहीं जा सकते और इसी तरह फागू चौहान बिहार के राज्यपाल पद की शपथ नहीं ले सकेंगे। इसलिए 29 जुलाई को ही तीनों राज्यों को नये राज्यपाल मिलेंगे।
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गांधी सभागार में होगा शपथग्रण जानकरी के मुताबिक आनंदीबेन पटेल का शपथग्रहण समारोह (Anandiben Patel Oath Ceremoney) राजभवन के गांधी सभागार में 29 जुलाई को रखा गया है। आनंदीबेन पटेल मध्यप्रदेश की राज्यपाल बनने से पहले गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। आनंदीबेन पटेल 19 जनवरी 2018 को मध्य प्रदेश की राज्यपाल बनाई गईं थीं। तब उन्होंने ओम प्रकाश कोहली की जगह ली थी।
निजी कारणों से दिया था इस्तीफा आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि उन्होंने अपने कुछ निजी कारणों का हवाला देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद विजय रूपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री पद सौंपा गया था।