बीजेपी का कोई कार्य धरातल पर नहीं : अखिलेश यादव अखिलेश ने आगे कहा, “उद्योगपतियों को लुभाने और जनता को चकाचौंध से भ्रमित करने पर करोड़ों का अपव्यय किया जा रहा है। विज्ञापन, सजावट, खानपान और स्वागत सत्कार के तमाम खर्च जोड़ लिए जाए तो शायद उतना तो निवेश भी नहीं आने वाला है, जितना निवेशक समिट में खर्च हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी खर्च पर पार्कों में, डिवाइडरों पर और सड़कों के किनारे मौसमी फूल खिल रहे हैं। दीवारों पर पेंटिंग बनाई गई है। अगर पौधरोपण के नाम पर खानापूरी नहीं की जाती और उनका रख-रखाव समय से होता तो आज रात दिन जुटकर हरियाली दिखाने को अफसरान हलकान नहीं होते। शहर में नालों को पर्दों से ढंकना नहीं पड़ता। गरीबों की झोपड़ियां पर्दे के पीछे छुप गई हैं।
दिखावटी सजावट की गई लखनऊ में : अखिलेश यादव सपा मुखिया ने कहा कि इधर एक सप्ताह से राजधानी में दिखावटी सजावट में पूरी सरकार के अधिकारी रात-दिन जुटे हुए हैं। अचानक लखनऊ के पेड़ों में रंग बिरंगी लाइटें उग आई हैं। हर तरफ चमक-दमक है। लखनऊ रंगीन रोशनी में नहाया हुआ है। यहां का हर कोना सजा है।
“सपा के कार्यों को बीजेपी विदेशियों को दिखा रही” उत्तर प्रदेश में निवेश के नाम पर राज्य के साथ धोखा है। विगत छह वर्ष में जब से भाजपा सत्ता में आई है। ढेले भर का कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। सपा सरकार में गोमती रिवर फ्रंट बना। उसके सौंदर्य को बाहरी उद्यमियों को दिखाया जा रहा है। लखनऊ में मेट्रो रेल चल रही है, वह यही सरकार में बनी। शानदार जेपी इंटरनेशनल सेंटर समाजवादी पार्टी की सरकार में बना, जिसे भाजपा सरकार ने बर्बाद कर दिया। इसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ऑडिटोरियम, कांफ्रेंस हाल, गेस्ट हाउस के अलावा हेलीपैड भी था। यदि यह चालू होता तो सरकारी खर्च भी बचता और आगंतुकों को बेहतर सुविधा भी मिलती।
सपा के काम को अपना बता कर प्रचार -प्रसार: अखिलेश यादव अखिलेश ने कहा कि सपा सरकार में 6 लेन और 4 लेन की सड़कें बनीं। एम्स और मेडिकल कॉलेज बने, तीर्थ स्थलों का सौंदर्यीकरण हुआ, शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में तमाम काम हुए। समाजवादी सरकार में निवेशक आए, उन्होंने आईटी हब, दूध प्लांट और अन्य उद्योग लगाए। भाजपा उन्हीं को अपना बताकर काम चला रही है। यूपी में पूंजी निवेश हो या न हो, लेकिन भाजपा सरकार ने प्रचार-विज्ञापन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।