बेटे की हत्या के मामले में भले ही मां ने सरेंडर कर दिया हो, लेकिन परिवार को करीबियों की मानें तो अभिजीत अपनी मां पर वर्षों से अत्याचार करता था। परिवार के करीबियों से पुलिस को पता चला है कि अभिजीत अक्सर शराब पीकर घर में झगड़ा करता था। उनका कहना है कि अभिजीत की हत्या के आरोप में जेल गई उसकी मां मीरा यादव लंबे समय से बेटे का अत्याचार झेल रही थी। 3 साल पूर्व तो अभिजीत ने अपनी मां पर चाकू से हमला भी किया था, जिसमें मां को 18 टांके भी लगे थे। इस मामले में मां मीरा व उसका बड़ा भाई अभिषेक पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करवाने वाले थे, लेकिन परिजनों ने बदनामी का हवाला देकर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। वारदात के दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ था और गिरफ्त में आए सर्वेश ने इस पर खुलासा किया है।
ये भी पढ़ें- सपा इस सबसे बड़े सड़क दुर्घटना में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि, की बड़ी घोषणा… सर्वेश ने उगली सारी बातें- एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक, सर्वेश ने पूछताछ में बताया है कि वारदात वाली रात नशे में धुत अभिजीत की उसकी मां मीरा से काफी कहासुनी हुई और बात हाथपाई तक पहुंच गई थी। मां ने कई दफा धक्का देकर अभिजीत को हटाने का प्रयास किया। इस दौरान अभिजीत गिर गया और उसके सिर में चोटें आ गई। सर्वेश ने उसे उठाकर बेड पर लिटाया और मीरा के कहने पर उसने दुपट्टे से अभिजीत का गला कसकर दबाया और उसे मार डाला। सर्वेश ने यह भी बताया कि घटना से आधे घंटे पहले अभिषेक दोस्तों के साथ दारुलशफा से नरही वाले फ्लैट पर चला गया था। यही जानकारी अभिषेक और उसके दोस्तों ने भी पुलिस को दी थी। एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा का कहना है कि वारदात में अभिजीत के भाई अभिषेक के शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई है।
यह था मामला-
आपको बता दें कि सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत की 21 अक्टूबर की रात गला दबाकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उसकी मां मीरा ने बेटे को मारने की कुबूली और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।