संजय सिंह ने कहा कि जनपद शामली के जलालाबाद में एक महिला की मौत के बाद किसी भी कीमत पर एंबुलेंस न मिल पाने के बाद परिजनों को कूड़े की गाड़ी से शव को श्मशान घाट तक लेकर जाना पड़ा। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के बड़हलगंज कस्बे में कोरोना संक्रमित का निधन हो जाने पर उसे एंबुलेंस नहीं मिली मजबूरन उनके भी परिजनों ने ठेले से शव को श्मशान घाट पहुंचाया। आप नेता ने कहा कि ऐसे कई प्रमाण हैं जो योगी के सड़े सिस्टम की लगातार पोल खोल रहे हैं। प्रदेश के सैकड़ों ऐसे श्मशान घाट हैं जहां दिल दहलाने वाला माहौल है। एक लाश सही से जल नहीं पाती कि दूसरी पहुंच जा रही है और जल्दबाजी में कई लाशें अधजली ही रह जाती हैं, जिन्हें कुत्ते नोचने लगते हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
योगी सरकार रोज अखबारों के माध्यम से प्रदेश की हालत सब कुछ अच्छा होने की बात कह रही है, जबकि वास्तविकता बिल्कुल अलग है। प्रदेश में चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ। सड़कें, गलियां सूनी हो गई हैं। भय से लोग घरों में कैद हैं। रेहड़ी, पटरी और मजदूरी करने वाले लोगों के सामने बच्चों के भरण पोषण की समस्या आ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालात ठीक करने के बजाए फर्जी बयानबाजी कर रहे हैं और अपनी वाहवाही लूटने का काम कर रहे हैं।