सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के अंदर आधुनिक लोकतंत्र के रूप में स्थापित अन्य तमाम देश जो अपने को सबसे प्रगतिशील मानते हैं, उन्होंने लंबे समय तक gender भेद के आधार पर महिलाओं को मताधिकार से वंचित किया था। तमाम दबी कुचली परंपराओं को समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से अलग किया था, लेकिन यह भारत के संविधान की महानता है कि भारत दुनिया का वो देश है, जिसने संविधान लागू करने के साथ ही इस बातों को सुनिश्चित किया था कि देश के अंदर लिंग, जाति, मत-मजहब, क्षेत्र के आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। देश में प्रत्येक वयस्क मतदाता को अपना मताधिकार करने का पूरा अधिकार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में भारत ने आजादी की लंबी लड़ाई के उपरांत हमने अपना स्वयं का संविधान लागू किया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। हमारा संविधान अनेक उपलब्धियों से भरा है। ये हमें अधिकार देता है तो हमारे कर्तव्यों के प्रति हमें आग्रही भी बनाता है। अगर हम अपने कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं अगले 25 वर्ष में हमारा देश एक विकसित भारत होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने देश के अतीत पर गौरव और वर्तमान को सुंदर व सुखद बनाते हुए उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए सर्वोपरि है। ये हमें आग्रही बनाता है कि हर कार्य देश के नाम होना चाहिए। दुनिया के इस सबसे प्राचीनतम राष्ट्र के प्रति हम अपने संविधान के जरिए श्रद्धा का भाव प्रकट करते हैं। सीएम योगी ने इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद और संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि ये विभूतियां हम सबके लिए प्रेरणादायी हैं।
75 वें गणतंत्र दिवस पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधान भवन पर तिरंगा फहराया। इस दौरान मुख्यमंत्री मंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सुबह 10.05 बजे विधान भवन पर राष्ट्रध्वज फहराया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने तिरंगा गुब्बारों को हवा में उड़ाया। वहीं भारतीय सेना और प्रदेश की सुरक्षा में तैनात विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष परेड कर सलामी दी गई।