बड़ी डिग्रियां और वॉर्ड ब्वॉय की नौकरी
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीए, एमए, बीएड जैसी डिग्रियों वाले युवक-युवतियों ने वार्ड ब्वॉय, वार्ड आया की नौकरी पाई थी। जब उन्हें वार्ड में चादर बदलने, दवाई-उपकरण लाने, मरीजों को शिफ्ट कराने का काम करना पड़ा, तो वह उन्हें नागवार गुजरा। इस प्रकार के कार्य के प्रति रुचि नहीं होने के कारण उनमें से 35 कर्मचारियों ने एक-दो दिन में ही काम छोड़ दिया। कर्मचारियों को सही से काम नहीं बताने और यहां आकर उनकी योग्यता के अनुरूप कार्य नहीं मिलने की बात भी सामने आई है। ये भी पढ़ें-
Solar Cycle 2025:सौर हलचलों से भरा रहेगा ये साल, भड़केंगी सोलर ज्वालाएंगे, उठेंगे तूफान झाड़ू मारने के लिए नहीं की है पढ़ाई
आईसीयू की एक वार्ड आया को डॉक्टर ने फाइल पकड़ा दी। लेकिन एसएनओ ने उसे जब मरीज की चादर बदलने को कहा तो वह बीएड पास होने की बात कहकर इससे मना करने लगी। उसके बाद वह दोबारा ड्यूटी के लिए दून मेडिकल कॉलेज नहीं पहुंची। इसी तरह एक मरीज के सैंपल लेने के लिए वार्ड ब्वॉय से वॉयल लेकर आने को कहा तो उसने साफ मना कर दिया। वार्ड ब्वॉय ने कहा कि वह एमए पास है। सामान पकड़वाने के लिए यहां नहीं आया है।