माँ कहती है प्रॉमिस करो की तुम :
माफ करोगी : प्रॉमिस करो की तुम दूसरों की गलतियों को खुद पर हावी नहीं होने दोगी। लोगों को माफ करोगी, उनके लिए नहीं अपने दिल की शांति के लिए। सबसे जरुरी है कि तुम खुद को माफ करोगी।
अपनी गलतियों से सिखोगी : गलतियां होना स्वाभाविक है। कभी -कभी ना चाहते हुए भी गलती दोहराई जाती है, ऐसे में अपनी गलती को समझना (शर्मिंदा ना होना) और उससे सीखना। जब तुम अपनी गलती से सबक लोगी तो फिर वो गलती कभी नहीं करोगी।
किसी को चोट नहीं पहुँचाओगी : ना जानवर को, ना पेड़ पौधों को और ना ही किसी इंसान को। खुद अपने आप को भी नहीं। अगर गलती से किसी को या खुद को चोट पहुंचाओ तो दिल से माफी मांग लोगी।
इंडिपेंडेन्ट रहोगी : बेड़ियाँ कोई भी हों, बेड़ियाँ ही होती हैं। वादा करो तुम इंडिपेंडेंट रहोगी। दिल से, दिमाग से, विचारों से, आत्मा से और आर्थिक रूप से इंडिपेंडेन्ट होना आवश्यक है। सलाह सबकी लो पर राय अपनी बनाओ।
जिम्मेदार बनोगी : जो भी करो उसकी पूरी जिम्मेदारी उठाओ। दूसरों पर दोष लगाने से बचो क्योंकि गैर जिम्मेदार लोग सिर्फ गलतियां निकालते हैं, जिम्मेदार लोग गलतियों से सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं।
मुस्कुराहट फैलाओगी : कोशिश करना की दिन में कम से कम एक बार किसी न किसी के चेहरे पर तुम्हारी वजह से मुस्कुराहट आये। सबसे पहले अपने चेहरे पर मुस्कान लाना।
अपने दोस्त और अपनी फॅमिली को याद रखोगी : लाइफ में कई बार ऐसा लगेगा कि अपनों से दूरी बना लें। ऐसे में खुद को समझाना कि सच्चे दोस्त और सपोर्ट करने वाली फॅमिली से बढ़कर कोई नहीं होता है। इनसे तुम्हे कोई प्रॉब्लम हो तो बातचीत से उस प्रॉब्लम का हल निकलना और खुद को उन से जोड़े रखना।