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घर, ऑफिस, सोशल मीडिया पर अपमानजनक कमेंट से बढ़ रहा स्ट्रेस, जानिए क्या है समाधान

Ill-effects of Derogatory Comments : फिल्म, सीरीज, खासकर OTT प्लेटफार्म में हर रोज अपशब्द और अपमानजनक टिप्पणियों (derogatory comments) से बहरे सीन देखने को मिलते हैं। इन दिनों नेटफ्लिक्स (Netflix) का पॉपुलर शो द बिग बैंग थ्योरी (The Big Bang Theory) इसी तरह के अपमानजनक कमेंट के लिए चर्चा में है। देखा जाए तो असभ्य कमैंट्स स्क्रीन और सोशल मीडिया के अलावा कई बार घर और वर्क प्लेस पर भी किये जाते हैं जिनसे पड़ता है बुरा असर।

Mar 29, 2023 / 06:49 pm

Namita Kalla

Repeated derogatory comments cause feelings of hopelessness, despair…

Discouraging Derogatory Comments : अक्सर देखा गया है की सोशल सर्किल हो, सोशल मीडिया प्लेटफार्म हो या फिर फिल्म, टेलेविजन और खासकर OTT प्लेटफार्म, लोग कैजुअली अपमानजनक टिप्पणियों (derogatory comments) करते हैं। इस तरह के कमैंट्स सुनने वाले पर गंभीर नेगेटिव इम्पैक्ट (negative impact) छोड़ते हैं। इसके कारण अक्सर हेल्थ प्रोब्लेम्स जैसे सिरदर्द, नींद ना आना और पेट में दर्द हो सकता है। यहां तक की उनको स्ट्रेस भी दे सकते हैं जिनसे उनकी मेन्टल, फिजिकल और इमोशनल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। कई बार ऐसे अपमानजनक कमैंट्स लोगों का कॉन्फिडेंस तोड़ देते हैं और वे डिप्रेशन व एंग्जायटी का शिकार हो जाते हैं। अपने बारे में नेगेटिव कमैंट्स सुनकर लोग सोशल सर्किल या सोशल मीडिया पर जाना बंद कर देते हैं और लोगों से दूरी बना लेते हैं। ऐसा करने से वे अकेलापन तो फील करते हैं लेकिन खुद को हर्ट होने से बचने के लिए वे अपने आप को सोशल सिचुएशन फेस करने से बचाते हैं। इसलिए इस बात की अवेयरनेस जरूरी है कि मजाक के नाम पर ऑनलाइन, ऑफलाइन या इन पर्सन एक सुरक्षित और रिस्पेक्टफुल माहौल बनाया जाए जिससे लोगों को ऐसा ना लगे की उनपर इमोशनल अत्याचार हो रहा है।


Family Issues : अपने घर का माहौल खुशहाल और जिंदादिल रखें। परिवार के किसी सदस्य से आपको कोई शिकायत या नाराजगी हो तो उनसे बात करके समस्या का हल निकालें, ना की उनको मजाक के नाम पर खरी-खोटी सुनाएं। किसी एक की तुलना दूसरे से करके फैमिली मेंबर्स के बीच तनाव का माहौल न बनाएं। ऐसा करने से सुनने वाले को बुरा लगता है और उन्हें स्ट्रेस और दूसरे हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं। घर पर सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण बनाये रखें। जब घर के लोग एक दूसरे से हेल्दी कम्युनिकेशन करते हैं तो घर का माहौल शांत और खुशहाल रहता है।

Social Media : सोशल मीडिया पर आये दिन लोगों पर अनचाहे कमैंट्स और हेट स्पीच से पर्सनल अटैक होते हैं। इसके कई बुरे प्रभाव (effect) पड़ते हैं जिनमें मेन्टल, फिजिकल और इमोशनल डैमेज शामिल है। इसलिए सोशल मीडिया पर भी किसी के बारे में मजाक में भी बुरा भला कमेंट या पोस्ट ना डालें। इस बात का ध्यान रखें की आप जिसे मजाक समझ रहे हैं वो किसी और के इमोशनल और मेंटल हेल्थ पर हमला हो सकता है। लोगों को ऑनलाइन स्पेस में सुरक्षित, सम्मानित और वैल्यूड महसूस कराएं।

Work Place : ऑफिस या कोई भी वर्क प्लेस देखा गाय है की लोग अपने कलीग (colleague) या जूनियर्स का मजाक उड़ाते हैं या खुले आम उनकी निंदा करते हैं। ऐसा करना उनके प्रति अपमानजनक तो है ही साथ ही उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस के लिए हानिकारक है। आपका यह ऐटिटूड उन्हें अनसेफ होने की भावना भी देता है। इसलिए वर्क प्लेस पर अपने साथियों को को सेफ और सुरक्षित महसूस कराएं। ऐसा करने से ना सिर्फ वे प्रोडक्टिव रहेंगे बल्कि अपने और कंपनी दोनों के प्रोफेशनल गोल्स को अचीव कर सकेंगे।

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