खुद से प्यार निभाएं : वादा करें कि खुद को कभी कम महसूस नहीं करेंगे। जैसे हैं वैसे ही अपने-आप को स्वीकार करेंगे । खुद को अपनी कामयाबी का क्रेडिट देंगे।
अपनी निंदा ना करें : खुद को बेहतर करने के लिए अपनी निंदा करना जरूरी नहीं है।
सीखना है जरूरी : अपने काम में, अपने रिश्तों में, अपने प्यार, व्यवहार, और व्यापर में कुछ नया और बेहतर सीखने की कोशिश करें।
पर्यावरण का ध्यान रखें : इसके लिए आपको किसी मिशन पर जाने की जरुरत नहीं है। अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में ही छोटी -छोटी बातों से आप पर्यावरण में पॉजिटिव बदलाव ला सकते हैं। जैसे, एक पौधा लगाकर उसे सीचें, बिजली- पानी बचाएं (जितनी ज़रूरत हो उतना ही इस्तेमाल करें ), प्लास्टिक का यूज कम करें, हर जगह कचरा ना फेंके।
अपनी निंदा ना करें : खुद को बेहतर करने के लिए अपनी निंदा करना जरूरी नहीं है।
सीखना है जरूरी : अपने काम में, अपने रिश्तों में, अपने प्यार, व्यवहार, और व्यापर में कुछ नया और बेहतर सीखने की कोशिश करें।
पर्यावरण का ध्यान रखें : इसके लिए आपको किसी मिशन पर जाने की जरुरत नहीं है। अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में ही छोटी -छोटी बातों से आप पर्यावरण में पॉजिटिव बदलाव ला सकते हैं। जैसे, एक पौधा लगाकर उसे सीचें, बिजली- पानी बचाएं (जितनी ज़रूरत हो उतना ही इस्तेमाल करें ), प्लास्टिक का यूज कम करें, हर जगह कचरा ना फेंके।
असफलता से सीखें : अपने आप पर भरोसा रखें। अपनी जिंदगी के स्ट्रगल या अपनी गलतियों और असफलताओं के लिए अपने आपको कोसे नहीं उनसे सीखें और आगे बढ़ें।
खुद को सपोर्ट करें : आप अपने सबसे बेहतर चीयरलीडर हो सकते हैं। जीवन में सफलता पाने के लिए किसी और के सपोर्ट से पहले आपको खुद के सपोर्ट की जरुरत है।
अपनी खुशी का ख्याल : वो हर काम जो आपको खुश करता है जरूर करें (याद रहे उससे किसी का नुकसान ना हो और किसीको चोट ना लगे )
मेहनत से भागें नहीं : मेहनत के बिना कुछ हासिल नहीं होता है। अक्सर हम काम को टाल देते हैं। यह हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है। इस कमजोरी से अगर हम जीत जाएँ तो वो सब हासिल कर सकते हैं जो हम चाहते है।