नोएडा सेक्टर-45 में रहने वाली एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला ने एक बर्गर ऑर्डर किया। महिला ने बर्गर के 178 रुपए का प्री-पेड पेमेंट भी कर दिया। बर्गर 35 मिनट में महिला को डिलीवर होने वाला था, लेकिन डेढ़ घंटे बाद भी बर्गर की डिलीवरी नहीं हुई। ऐसे में महिला ने संबंधित रेस्टोरेंट के कर्मचारी से चैट की तो उसने बताया कि ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया है।
इसके बाद महिला ने पैसे रिफंड के लिए गूगल से कस्टमर केयर का नंबर खोजा। नंबर ढूंढने के बाद महिला ने उस कस्टमर केयर के नंबर पर फोन किया। उस नंबर पर जिस व्यक्ति ने फोन उठाया, उसने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया। महिला ने पैसे रिफंड करने की बात कही तो उस व्यक्ति ने कॉल मैनेजर लेवल एग्जीक्यूटिव को ट्रांसफर करने की बात कही। इसके बाद आरोपी ने महिला से कहा कि आपके पैसे वापस आ जाएंगे और उसने महिला को एक मोबाइल में डानलोड करने को कहा।
महिला ने आरोपी द्वारा बताई गई एप मोबाइल में डाउनलोड कर ली। यह रिमोट कंट्रोल एप थी। इसके बाद आरोपी ने महिला का मोबाइल अपने कंट्रोल में ले लिया। आरोपी ने महिला के अकाउंट से 21,865 रुपए निकाल लिए। रुपए निकालने के बाद आरोपी ने महिला से अभद्र तरीके से बात की और कहा कि अगर उसने शिकायत की तो उसके अकाउंट से और पैसे निकाल लिए जाएंगे। इसके बाद महिला ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया।
इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए गूगल से कस्टमर केयर का नंबर लन लें। इसके बाजय कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से ही नंबर लें। साथ ही किसी ने कहने से कोई एप अपने मोबाइल में डानलोड न करें। ये रिमोट कंट्रोल एप हो सकती है,जिससे आपका फोन सामने वाले के कंट्रोल में चला जाता है। बता दें कि पहले भी इस तरह के कई साइबर फ्रॉड मामले सामने आ चुके हैं। थोड़ी सी समझदारी दिखाकर आप इस तरह के फ्रॉड से बच सकते हैं।