आईटी विभाग पर लगा आरोप
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले वीजी सिद्धार्थ का शव एक नदी में मिला, जिसके बाद सभी जगह हलचल मच गई और अपनी मौत से पहले वीजी सिद्धार्थ ने एक लेटर लिखा था, जिस लेटर में उन्होंने अपने साथियों से माफी मांगी और कहा कि हमारी कंपनी के द्वारा जो भी काम किए गए हैं। उनके बारे में मेरे अलावा और कोई नहीं जानता था। इसके साथ ही उन्होंने इनकम टैक्स विभाग पर भी आरोप लगाते हुए कहा था कि आयकर विभाग के द्वारा उनको प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके बारे में ईवाई जांच करेगा।
ये भी पढ़ें: पेट्रोल-डीजल की कीमत में फिर हुई कटौती, जानिए आज कितने कम चुकाने होंगे दाम
नदी में मिला शव
कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ का शव कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी में मिला था। दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रवती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए और उन्होंने चालक से कहा कि वह टहलने जा रहे हैं। उन्होंने चालक से उनके आने तक रुकने को कहा। जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आए तो चालक ने पुलिस से सम्पर्क कर उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।
27 जुलाई को लिखा लेटर
वीजी सिद्धार्थ के गायब होने के बाद एक लेटर सामने आया था। यह लेटर 27 जुलाई को लिखा गया था। पत्र लिखते हुए कहा, ‘लंबे समय तक लड़ाई लड़ी, लेकिन आज मैं हिम्मत हार रहा हूं, क्योंकि मैं प्राइवेट इक्विटी साझेदारों में से एक की तरफ से शेयर वापस खरीदे जाने का और दबाव नहीं झेल सकता हूं, एक लेनदेन जो मैंने छह माह पहले एक दोस्त से बड़ी राशि उधार लेकर आंशिक तौर पर पूरा किया था।’
ये भी पढ़ें: SBI के बाद ओबीसी और आईडीबीआई बैंक ने भी सस्ता किया लोन, 10 अगस्त से प्रभावी होंगी नई दरें
धोखा देने का नहीं था इरादा
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा इरादा कभी भी किसी को धोखा देने या गुमराह करने का नहीं था, मैं एक उद्यमी के रूप में विफल रहा हूं। यह मेरी ईमानदारी है। मुझे उम्मीद है कि किसी दिन आप मुझे समझेंगे, माफ करेंगे।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्ट्री,अर्थव्यवस्था,कॉर्पोरेट,म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App