ऋणदाताओं के समूह चला रहे एयरलाइन
भारतीय स्टेट बैंक की अगुआई वाले ऋणदाताओं का समूह अब ऋण पुनर्गठन योजना के तहत इस एयरलाइन को चला रहा है। शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”मुझे इस बात की बू आ सकती है और नजर आ सकता है कि यह बड़ा घोटाला है। जेट एयरवेज का ठप हो जाना एक बड़ा घोटाला जान पड़ता है जो सोच समझकर चुनाव के नाम पर किया गया है ताकि कोई सवाल नहीं खड़ा करे।”
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मामले की जांच करें
उन्होंने मांग की कि शीर्ष अदालत इस मुद्दे का संज्ञान ले और ”पूरे घोटाले के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे। शर्मा ने यह भी मांग की कि इस मामले की फिर से जांच हो तथा हजारों नौकरियां बर्बाद करने को लेकर आपराधिक जिम्मेदारी और जवाबदेही तय हो। उन्होंने कहा कि चूंकि यह चुनाव का समय है, इसलिए किसी ने इस बारे में चर्चा नहीं की है।
जेट एयरवेज वित्तीय संकट से थी परेशान
एयरलाइन में आपात धन लगाने से ऋणदाताओं के इनकार का जिक्र करते हुए शर्मा ने दावा किया कि जेट एयरवेज का ऋण बोझ उन अन्य उद्योगों की तुलना में बहुत कम है जिन्हें केन्द्र ने मुश्किल से उबारा था।
( ये न्यूज एजेंसी से ली गई है। )
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