मानसिक तौर पर किया प्रताड़ित किशनपाल ने बताया कि उसके भाई मुरली को एक हजार की जरूरत थी। उसने नसीर खान से पैसे उधार लिए थे। लेकिन समय रहते वह पैसे नहीं चुका सका। उन्होंने बताया कि आत्महत्या से दो दिन पूर्व नसीर, अजीत और जूजे पैसे मांगने उनके घर आए। मुरली ने उनसे 3-4 दिन का समय मांगा। तभी वह लोग आक्रोशित हो गए और घर में रखी पल्सर पर उनके भाई को अपने साथ अपने घर ले गए, जहां उन्होंने बंधक बनाकर उसके साथ गाली-गलौज कर जमकर मारपीट की। उनका आरोप है कि उन्होंने उनके भाई को मानसिक रुप से प्रताड़ित किया।
गांव में मुस्लिम जाति के लोग ज्यादा गांव निवासी भगवान सिंह बुंदेला ने कहा कि गांव में एकमात्र पाल समाज का घर है । शेष घर अन्य जातियों के है। मुस्लिम जाति की संख्या ज्यादा है, जिससे मुस्लिम जाति के लोग वहां पर अन्य लोगों पर दबाव बनाते हैं एवं सूदखोरी करते हैं। इस बारे में पुलिस में तहरीर भी दी गई थी मगर मामले को संज्ञान में नहीं लिया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराया गया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग का कहना है मामले की जांच नाराहट क्षेत्र अधिकारी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।