रामपुर बरकोनिया के ग्राम प्रधान ने बताया कि शुक्रवार को कुछ लोग पहाड़ी नदी घाघर में मछली मारने गए थे। इस दौरान तेज बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। रात्रि में जब सभी लोग वापस नहीं लौटे तो ग्रामीणों ने उनके नदी के तेज बहाव में बहने की आशंका जताई। सूचना पर पहुंची पुलिस लापता राजकुमारी(40 वर्ष), रीता(32वर्ष), राजपति(10 वर्ष), हीरावती(22वर्ष) की तलाश में जुट गए, लेकिन देर रात तक उनका पता नहीं चल सका। शनिवार सुबह चारों का शव कोन थाना क्षेत्र में चकरिया में बरामद हुआ।
उधर, भारी बारिश और ओले की वजह से ललितपुर के किसानों की रबी की फसल बर्बाद हो गई है। स्थानीय लोगों ने बताया, “1 घंटे से ज्यादा ओलावृष्टि होने से फसल पूरी खराब हो गई है। किसान ऐसे ही कर्ज में हैं, इससे और ज्यादा हो गया है। हम सरकार से चाहते हैं कि वो हमारी कुछ मदद करें।” किसानो का कहना है की रबी की फसल पूरी तरह पक के तैयार हो गई थी। सारे किसान फसलों की कटाई और मढ़ाई में ही जुटे हुए थे। शुक्रवार सुबह से बादल छाए थे जिससे सारे किसान खेतों के काम निपटाने में लगे थे तभी दोपहर तेज बारिश और ओले की वजह से पूरी फसल बर्बाद हो गई।
बारिश और ओले की वजह से करीब एक लाख हेक्टेयर से अधिक की फसल प्रभावित हुई है। जिले में कुल 153069 हेक्टेयर तक में गेहूं, 7084 हेक्टेयर में जौ, 16030 में चना, 22991 में मसूर, 5914 में सरसों की फसल की बुवाई हुई थी।
बारिश और ओले की वजह से बर्बाद हुई फसल का जायजा लेने जिले के एसडीएम संजय पांडेय और तहसीलदार अभिमन्यु कुमार पहुंचे। उन्होंने किसानों से फसल को लेकर बातचीत की और उन्हें सांत्वना भी दी।