देश के लिए कुछ करने का गौरव कोलकाता से लौटने के बाद लखीमपुर पहुंचे अमन गुलाटी ने उनकी समर्थन करने व साथ देने वाले लोगों को धन्यवाद दिया। अमन ने कहा कि इतना बड़ा सम्मान पाकर वे खुश हैं। सम्मान के रूप में इतनी कम उमर में सर टाइटल की उपाधि मिलने के बाद देश के लिए कुछ करने का गौरव मिला है। इसके अलावा विशेष तौर पर उन्होंने राज्यपाल राम नाईक, सुरेन्द्र सिंह गिल, जगमीत सिंह (एडीसी) गवर्नर उत्तर प्रदेश, जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह का शुक्रिया अदा किया।
देश के जवानों को समर्पित बनाई सबसे लंबी राखी अमन ने आर्ट की दुनिया में एक मुकाम हासिल करने का सपना देखा है। साल 2017 में अमन ने देश के जवानों को समर्पित विश्व की सबसे लम्बी राखी बनाई थी। इसके लिए न केवल यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड ने उन्हें सम्मानित किया था, बल्कि गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में भी यह कीर्तिमान दर्ज होने की प्रक्रिया में है।
इन पेंटिंग के जरिये कमाया नाम अमन ने गुरू गोविंद सिंह साहेब की करीब ढाई मंजिला पजल पोट्रेट पेंटिंग भी तैयार की थी। इस पेंटिंग को वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया है। इसके अलावा अमन ने नाखून के बराबर भगत सिंह की विश्व की सबसे छोटी पोट्रेट पेंटिंग भी बनाई है। यह भारत के महान क्रांतिकारी को दी गई विश्व की सबसे बड़ी श्रद्धांजलि थी। अमन अपनी हर पेंटिंग को देश के लोगों को समर्पित करते हैं। उनकी ‘अमन आर्ट’ नाम से संस्था है, जहां वे निशुल्क रूप से बच्चों को पेंटिंग सिखाकर उन्हें विश्व पटल पर लाने की तैयारी में हैं।
ग्लोबल सिख अवार्ड से सम्मानित अमन सिंह ने राज्यपाल राम नाईक की पुस्तक ‘चरैवेति-चरैवेति’ का फ्रंट पेज तैयार किया। यह मुख पृष्ठ दुनिया की किसी भी किताब के सबसे बड़े मुख पृष्ठ के रिकार्ड में शामिल हुआ है। इसके लिए राज्यपाल ने भी अमन को सम्मानित किया था। 2 अक्टूबर को अमन ने गांधी जी की पेंटिंग बनाई थी, जिसके लिए उन्हें केन्या की राजधानी नैरोबी में चित्रकला के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों को हासिल करने के लिए ‘ग्लोबल सिख अवार्ड’ से भी नवाजा गया था।