निजी अस्पताल में बिल चुकाने के लिए छोटे बेटे को 20 हजार में बेचा
बरवापट्टी थाना क्षेत्र निवासिनी एक महिला गर्भवती थी। उसके पहले से चार पुत्र और एक पुत्री है। महिला का पति बेहद गरीब है। मजदूरी कर परिवार का पेट पालता है। दो-तीन दिन पहले महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो उसके पति ने गांव के ही एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती करा दिया। महिला ने बेटी को जन्म दिया। वहां की महिला चिकित्सक ने इलाज आदि पर हुए खर्च के चार हजार रुपये जमा करने को कहा। रुपये न दे पाने पर महिला और उसके बच्चे को अस्पताल डिस्चार्ज नहीं कर रहा था। मजबूर होकर उसने अपने छोटे पुत्र को एक व्यक्ति के हाथों 20 हजार रुपये में दे दिया।
क्षेत्र में फैली बच्चा बेचने की बात, सिपाही पर भी रुपए लेने का आरोप
चार हजार रुपये निजी अस्पताल में जमा कर पत्नी और बच्ची को घर ले गया। पत्नी को घर छोड़कर वह तमकुहीराज तहसील गया। वहां बच्चा लेने वाले शख्स ने स्टाम्प पर लिखापढ़ी कराई। शुक्रवार को गांव और आसपास में बच्चा बेचने की बात फैल गई। इस मामले में एक सिपाही पर भी रुपये लेने का आरोप लगा है। जिस निजी अस्पताल में प्रसव होने की बात सामने आ रही है, वहां शुक्रवार को पूरे दिन ताला लटका रहा। इस संबंध में जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कहा है कि जानकारी एसपी को दी गई है। उन्होंने थाने से टीम रवाना कर दी है। जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती, इस बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
SP कुशीनगर बोले…जांच जारी, कारवाई की जद में है सिपाही
एसपी संतोष कुमार मिश्र ने कहा है कि पत्नी की बिना जानकारी के ही पिता ने बच्चे का गोदनामा बनवाकर किसी को सौंप दिया। बदले में पैसे लिए। पत्नी ने शोर मचाया तब यह बात सामने आई। पुलिस पूछताछ कर रही है। उसने बच्चा किसे सौंपा, वह कहां है, इसकी जानकारी की जा रही है। बच्चे को बरामद किया जाएगा। इसके बदले में जिसने पैसे दिए हैं, उसे भी पकड़ा जाएगा। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिस सिपाही पर आरोप लगा है, वह भी कार्रवाई की जद में है। सीओ तमकुहीराज को प्रकरण की जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।