ऑटो चालक ने दिया ईमानदारी का सबूत, इंजीनियर का बैग लौटाकर उसे बर्बाद होने से बचाया
छावनी निवासी जय तुसिया ने बताया कि रात करीब 10.30 बजे वह बस स्टैंड के बाहर से गुजर रहे थे। तभी उनकी नजर वहां खड़ी एक पिकअप पर पड़ी। इस गाड़ी में ठूंस-ठूंस कर पाडे भरे थे। तभी दूसरी गाड़ी भी आकर रुकी इसमें भी ऐसे ही पाडे भरे हुए थे। उन्होंने जब पूछताछ की तो गाड़ी में सवार एक आदमी ने टोंक और दूसरे ने जयपुर जाने की बात कही। शक होने पर उनके साथियों ने गाड़ी का गेट खोलकर देखा तो एक पिकअप में 15 और दूसरी में 6 पाडे ठूंस-ठूंस कर भरे थे।