मधुबाला मीणा ने बताया कि स्थानीय सांसद विकास निधि से सांसद ओम बिरला के द्वारा पुलवामा के शहीद हेमराज मीणा के पैतृक गांव विनोदकला में शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि की अनुशंसा की थी। इसके लिए स्थानीय ग्राम पंचायत के द्वारा पार्क की तीन तरफ चारदीवारी बनाकर समतलीकरण कार्य एवं निराकरण कर दिया गया था। सांसद रहते हुए पार्क की ओम बिरला की घोषणा की थी, वहीं तत्कालीन विधायक हीरालाल नागर ने अधिक राशि की जरूरत बताई थी। इस राशि से स्मृति पार्क में लगाई जानी थी।
जिसके बारे में ओम बिरला ने जनसहयोग से प्रयास करने को कहा। मधुबाला ने आरोप लगाया कि विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने उनके पास एक व्यक्ति को भेजकर सांसद का चुनाव लडऩे का प्रस्ताव भेजा था। चुनाव न लडऩे पर वे काम में रोड़े अटका रहे है। इसके बाद अधिकारी शहीद पार्क के विकास के लिए संपर्क करने पर टालमटोल करने लगे और इस कार्य में हाथ डालने से कतराने लगे। उन्होंने कहा कि शहीद स्मृति पार्क के विकास के लिए जो प्रयास और राशि जारी की गई है। उसमें कोई राजनीति नहीं की जानी चाहिए। वीरांगना ने कहा कि राज्य सरकार के प्रतिनिधियों ने शहीद के घर तक रोड बनाने व सांगोद में अदालत चौराहे पर शहीद की प्रतिमा लगाने का वायदा भी किया था। लेकिन वायदा पूरा करने के लिए विधायक से लेकर सरकार के प्रति गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक द्वारा न तो अपने विधायक कोष से किसी प्रकार की राशि नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ऐसे विधायक के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।यह है मामला -शहीद स्मृति पार्क के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राज्यसभा सांसद विजय गोयल को विकास कार्य के लिए अपने कोष से राशि जारी करने का आग्रह किया था। इसके लिए राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने 14 दिसंबर 2019 को 20 लाख रुपए की अनुशंसा करके कार्यकारी एजेंसी के रूप में केके बिरला मेमोरियल ट्रस्ट, चंबल फर्टिलाइजर केमिकल्स लिमिटेड गढ़ेपान को बनाया। चंबल फर्टिलाइजऱ के द्वारा तकमीना बनाकर जिला परिषद कोटा में प्रस्तुत किया। पश्चात 13 फरवरी 2020 को जिला परिषद कोटा द्वारा केके बिरला मेमोरियल ट्रस्ट को कार्यकारी एजेंसी बनाते हुए शीघ्र जारी की गई। जिसका कार्य चंबल फर्टिलाइजऱ द्वारा प्रारंभ किया जाना था।
– वहीं सांगोद विधायक भरत सिंह का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार है। उन्होंने राज्य सरकार से बातचीत कर सांगोद कॉलेज का नामकरण शहीद हेमराज मीणा के नाम से करवाया। इसके साथ ही कॉलेज में मूर्ति लगाना प्रस्तावित किया। शहीद की मूर्ति बनवाकर कॉलेज में करीब चार माह पूर्व आ चुकी है। जिसे कॉलेज में लगवाया जाएगा। शहीद पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है, वहां अलग से कार्य प्रस्तावित है। इसमें मैंने कोई रोड़ा नहीं अटकाया। शहीद सभी के लिए सदा सम्मानीय है।