297 साल बाद बृहस्पति शनि और केतु एक साथ रहेंगे,तीन माह में देश हित के पुराने धार्मिक मामले सुलझेंगे, पड़ोसी के साथ हालात बिगड़ सकते है भाजपा प्रदेश मंत्री छगन माहुर ने कहा कि समाज को बांटने की राजनीति कांग्रेस की पुरानी आदत है। निगम चुनाव में संभावित हार से डरी हुई कांग्रेस आनन-फानन में निर्णय बदल रही है। किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री मुकुट नागर ने सरकार के निर्णय को अनुचित बताया है।
भाजपा जिला महामंत्री अरविन्द सिसौदिया व जगदीश जिंदल ने कहा कि दो महापौर से जनता को क्या फायदा होगा यह समझ से परे है। कांग्रेस के झांसे में जनता नहीं आएगी। पार्षद विवेक राजवंशी, महेश गौतम लल्ली ने कहा कि एक निगम में ही सरकार पूरा स्टॉफ और संसाधन नहीं लगा पाई। ऐसे में दो निगम का जनता को कोई फायदा नहीं होगा। जीएमए के अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि जनता को इससे कोई लाभ नहीं मिलेगा।
जनहित में ऐतिहासिक साबित होगा कांग्रेस शहर अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने कहा कि दो नगर निगम और दो महापौर का फैसला जनतहित का फैसला है। जनता की समस्याओं का समाधान त्वरित हो सकेगा। और छोटे वार्ड होने से पार्षद की पहुंच भी आसान होगी। लोगों को दूर नहीं जाना पडेग़ा।
प्रतिपक्ष नेता अनिल सुवालका ने कहा कि दो नगर निगम व दो महापौर बनाने का फैसला जनता के हित में ऐतिहासिक साबित होगा । शहर की जनता को वह मूलभूत सुविधाएं, जिनके लिए उन्हें तरसना पड़ता था, नाली, पटान, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लोगों को चक्कर लगाने पड़े थे, दो निगम होने से कामकाज आसान हो सकेगा।
नगर निकाय चुनावों के इस निर्णय के बाद अब जयपुर, कोटा और जोधपुर में दो-दो महापौर होंगे। मतलब इन तीनों शहरों में दो नगर निगम होंगे। इनमें जयपुर में पहला हेरिटेज निगम कहलाएगा, जबकि दूसरा ग्रेटर जयपुर नगर निगम कहलाएगा।
कोटा अब दो नवगठित नगर निगम इस प्रकार है। पहला नगर निगम, कोटा उत्तर: इसमें दो विधानसभा क्षेत्र कोटा उत्तर और लाडपुरा क्षेत्र में सम्मलित वार्ड होंगे। इसमें कुल 70 वार्ड होंगे। इसी तरह, नगर निगम कोटा दक्षिण में कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र, लाडपुरा क्षेत्र और रामगंज मंडी विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 80 वार्ड शामिल होंगे।