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इसलिए पड़ी जरूरतएक ही स्कूल का बार-बार निरीक्षण करना सम्भव भी नहीं है। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक पांचूराम सैनी ने कहा कि स्कूलों में निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं को मोबाइल नंबर देना शुरू कर दिया है। इस दौरान छात्र-छात्राओं को कहा जाता है कि यदि कोई भी स्कूल में अव्यवस्था दिखे तो तुरंत फोन पर सूचना दें। ताकि बिगड़ी व्यवस्थाओं को मौके पर ही सुधार जा सकता है। साथ ही किसी भी स्कूल में कमियां होने पर तुरंत ही पता चल जाएगा। साथ ही शिक्षक समय पर स्कूल आएंगे।
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डीईओ ने हाल ही में किशनगंज ब्लॉक के उच्च माध्यमिक स्कूल परानिया का निरीक्षण किया था। इस दौरान स्कूल में साफ सफाई नहीं थी। पेयजल व्यवस्था, मिड डे मील की गुणवत्ता में कमी सहित व्यवस्थाएं खराब थी। ऐसे में डीईओ ने छात्र-छात्राओं को अपना मोबाइल नंबर दिया, जिससे व्यवस्थाएं एक ही दिन में सुधर गई।
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ये होती है कमियांज्यादातर सरकारी स्कूलों में शिक्षक समय पर नहीं आते हैं। शिक्षकों का बच्चों को पढ़ाई की अपेक्षा आपस ंमें बातें करने पर ज्यादा ध्यान रहता है। स्कूलों में साफ सफाई, पेयजल व्यवस्था, समय पर छात्र-छात्राओं के नहीं आना सहित अन्य कमियां पाई जाती है।