सूत्रों के अनुसार भविष्य में रेलवे की ओर से साधारण बुकिंग विंडो को बंद करने की योजना है, इसलिए स्वचलित मशीनों से टिकट बेचने पर जोर दिया जा रहा है। मंडल के डकनिया, सवाईमाधोपुर, गंगापुर सिटी, हिण्डौन सिटी, बयाना और भरतपुर स्टेशनों पर भी इस तरह की मशीनें लगाई जा चुकी हैं। इस बार भी
रेल बजट में सभी जोनल रेलवे में स्वचालित मशीनों स्थापित करने का प्रावधान किया है।
और खरीदी जाएंगी स्वचलित मशीनें : पश्चिम मध्य रेलवे में स्वचलित मशीनों के लिए 8 करोड़ 17 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। इनमें से करीब 5 करोड़ रुपए व्यय हो गए और आगामी वित्तीय वर्ष में करीब 1 करोड़ रुपए की लागत से और मशीनें खरीदी जाएंगी। वहीं पश्चिम मध्य रेलवे में विभिन्न स्टेशन पर स्वचलित मशीनें लगाने के लिए आगामी वित्तीय वर्ष में ढाई करोड़ रुपए और उत्तर पश्चिम रेलवे में डेढ़ करोड़ खर्च किए जाएंगे।