जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि कोरोना के चलते जेल में कैदियों से परिजनों की मुलाकात अभी बंद कर रखी है। रक्षाबंधन पर बहनों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पहले ही सूचित कर दिया था कि बहनें जेल में इस बार राखी नहीं बांध पाएगी। जो पहले जेल के बाहर आकर राखी देगी उन्हें उनके भाइयों तक जेल में पहुंचा दिया जाएगा और वीडियो कॉल पर बात भी करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 39 बहनों की रिक्वेस्ट आने पर उनकी वीडियों कॉल से जेल में बंद भाईयों से बातचीत करवाई गई और जेल के बाहर आकर जिन बहनों ने राखियां दी उन राखियों को उनके भाइयों के हाथों में बांध दी गई।