राजनीतिक गणित कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इसमें कोटा जिले के छह तथा बूंदी जिले के दो विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। कोटा जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंजमंडी में भाजपा का कब्जा है, जबकि कोटा उत्तर, सांगोद और पीपल्दा कांग्रेस के पास है। बूंदी जिले की बूंदी और केशवरायपाटन विधानसभा सीट भाजपा के पास है। यानी पांच पर भाजपा और तीन पर कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हैं।
बूंदी में राहुल गांधी का बड़ा ऐलान, महिलाओं के खातों में डालेंगे 72 हजार रुपए, पढि़ए तीन बड़ी घोषणाएं…
जनता ने पहले भी मुझे संसद में भेजा कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सबसे पहले रामनारायण मीणा ने कहा, वे खुद को खुशनसीब समझते हैं कि कांग्रेस उन पर विश्वास कर रही है। मीणा ने कहा, कोटा के मतदाताओं ने मुझे पहले भी संसद में भेजा था। मैं कोटा से जुड़े मुद्दे उठाता रहा हूं। उन्होंने कहा, इस चुनाव में किसान, मजदूर, उद्योग, रेलवे और हवाई सेवा से जुड़े मुद्दे प्रमुख रहेंगे।
लोकसभा चुनाव: सांसद बिरला का कांग्रेस को खुला चेलेंज, किया ये काम तो आ जाएं मैदान में, हम नहीं आएंगे वोट मांगने
उन्होंने कहा कि यदि जनप्रतिनिधि काम करें तो कोई चुनौती नहीं है। कोटा में बड़ा हवाई अड्डा बने यह प्रयास रहेगा। किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। जब कोई दुर्घटना होती तो भी सहायता दी जाती है, फिर किसानों ने आत्महत्या की तो उन्हें मदद क्यों नहीं की गई। बेरोजगार बड़ी समस्या है।