यात्रियों के मोबाइल पर भेजे जाने वाले संदेश में यह लिखा जा रहा है कि सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भारतीय रेलवे पटरियों को नवीनीकरण और मरम्मत का कार्य मिशन मोड पर कर रही है। इस कारण कई बार ट्रेनों को रोककर कार्य करना मजबूरी बन जाता है। इस प्रयास से पिछले एक साल में दुर्घटनाओं में अभूतपूर्व कमी आई है। इस संदेश के साथ यात्रियों को ट्रेक के रखरखाव के वीडियो का लिंक भी भेजा जा रहा है। कोटा मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों को भी इस तरह के संदेश मिल रहे हैं।
रेलवे ने वर्ष 2018-19 में 4400 किमी संपूर्ण रेलपथ के नवीनीकरण का लक्ष्य रखा है। चालू वित्तीय वर्ष में रेलपथ नवीनीकरण के लिए 11450 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित है।
इसलिए उठाया कदम
पटरी से गाडिय़ों के उतरने की घटनाएं बार-बार होने के कारण रेलवे में रेलपथ की मरम्मत और नवीनीकरण पर विशेष ध्यान देना शुरू किया। रेल मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017-18 में देशभर में टे्रनों के पटरी से उतरने की 54 घटनाएं हुई। इससे पहले 2016-17 में 78, 2015-16 में 65, 2014-15 में 63 और वर्ष 2013-14 में पटरी से उतरने की 53 घटनाएं हुई।
जगह-जगह शुरू हुआ काम
रेलपथ का नवीनीकरण और मरम्मत का कार्य जगह देश में जगह-जगह एक साथ शुरू होने के कारण ट्रेनें लगातार विलम्ब होनी लगी हैं। इससे यात्री परेशान हुए तो रेलवे ने यात्रियों से संदेश के माध्यम से जानकारी साझा करने का निर्णय लिया।