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सरपंच जया कंवर का कहना है कि पंचायत के किसी काम से वे सोमवार को कलक्ट्रेट आई थी। जैसे ही उन्होंने अपनी कार कलक्ट्री के अंदर पार्क की, कुछ पुलिसकर्मी आए और कार की चाबी मांगी। उन्होंने कारण पूछा तो बोले कि तलाशी लेनी है। जया ने तलाशी का कारण पूछा और थाने चलने की बात कही तो पुलिसकर्मी इसके लिए तैयार नहीं हुए।
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जया का आरोप है कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने उनसे कार की चाबी जबरन छीनी और तलाशी के नाम कार में रखा सामान बाहर फैला दिया। कार में खुद की सुरक्षा के मद्देनजर रखे बेसबॉल के दो बल्ले नजर आने पर भी पुलिसकर्मियों ने उल्टे सीधे सवाल किए। पूरी कार खंगालने के बाद कार की चाबी जया को थमा कर चले गए।
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खुद करती हैं सारे काम
सरपंच ने पत्रिका को बताया कि वे ग्राम पंचायत के अपनी जिम्मेदारी से जुड़े सारे काम खुद करती हैं। इसके लिए उन्हें इधर-उधर दिन-रात यात्राएं करनी पड़ती हैं। खुद की सुरक्षा के लिए उन्होंने रिवाल्वर के लाइसेंस के लिए भी आवेदन किया हुआ है लेकिन यह अब तक मिला नहीं। इसी के चलते सुरक्षा के मद्देनजर बेसबॉल के बल्ले कार में रखे हैं।
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संदिग्ध लगा था मामला
कलक्टे्रट चौकी उप निरीक्षक देशराज ने बताया कि इस गाड़ी की चाबी जिस व्यक्ति के पास थी। वह हम लोगों को संदिग्ध लगा। इस पर हमने उससे चाबी लेकर गाड़ी की तलाशी लेना शुरू किया। कुछ समय बाद यह महिला सरपंच गाड़ी को अपनी बताने लगी। इस पर हमने तलाशी लेने के बाद चाबी उन्हें वापस दे दी। गाड़ी में दो बेस बॉल के बल्ले भी मिले थे। ये उन्हें वापस दे दिए।