हाड़ौती क्षेत्र के टाइगर रिजर्व, रिवरफ्रंट, सिटी पार्क और कोचिंग हब जैसे आकर्षण अब कोटा की नई पहचान बन रहे हैं। पिछले दिनों आयोजित कोटा महोत्सव में रिवरफ्रंट पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे, जो इस क्षेत्र के पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण हैं। आने वाले दिनों में मुकुन्दरा हिल्स, टाइगर सफारी और चंबल रिवरफ्रंट जैसे स्थान न केवल पर्यटकों को लुभाएंगे, शहर की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान करेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, कोटा में पर्यटन से सालाना 1,500 से 2,000 करोड़ रुपए की आय हो रही है।
आकर्षित हो रहे हैं पर्यटक
प्राकृतिक सौंदर्य : किशोरसागर, अभेड़ा महल, गराडिया महादेव और चंबल की वादियां। विरासत स्थल : गढ़ पैलेस, राजकीय संग्रहालय, केसरखां-डोगरखां का मकबरा और कोटा का विशाल परकोटा। धार्मिक स्थल : मथुराधीशजी का बड़ा मंदिर, महाप्रभुजी का मंदिर, चंदेसल मठ और कर्णेश्वर महादेव।
नए आकर्षण : रिवर फ्रंट, सेवन वंडर्स पार्क, हैंगिंग ब्रिज, सिटी पार्क और शिवपुरी धाम।
कोचिंग हब से बढ़ता पर्यटन
कोटा में लगभग डेढ़ लाख स्टूडेंट्स कोचिंग के लिए आते हैं। उनके साथ आने वाले अभिभावक और रिश्तेदार भी स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देते हैं। इसके अतिरिक्त कोटा डोरिया की साड़ियां, कोटा की कचौरी, दशहरा उत्सव और अन्य सांस्कृतिक आयोजन भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। रिवरफ्रंट अपनी अनूठी डिजाइन और आकर्षण की वजह से विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बन रहा है। पर्यटकों ने इसे देखकर प्रसन्नता और आश्चर्य व्यक्त किया है। सरकार के प्रयासों से मुकुन्दरा हिल्स और अन्य स्थलों को और विकसित किया जाएगा। कोटा के पास पर्यटन की दृष्टि से हर वह तत्व मौजूद है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थान दिला सके।
विकास पांड्या, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग, कोटा
बताते हैं आंकड़े, इस तरह बढ़ रहे पर्यटक
वर्ष – देशी – विदेशी
2022 – 804971 – 659 2023 – 947769 – 769 2024 – 952079 – 1107