सावधान! कोचिंग नगरी में आ गया मौत का इंजेक्शन, कहीं
उड़ता पंजाब न बन जाए कोटायह खाद्य सामग्री मरीज भूलवश खा भी लेते हैं। नवजात को भी इन चूहों से खतरा है। गायनी वार्ड ए में जालियां भी टूटी हुई हैं, जिस कारण मच्छर, मक्खी यहां भिनभिनाते रहते हैं। शौचालय के भी हाल बेहद खराब है। समय पर सफाई नहीं होने से भी वार्ड में बदबू आती है। रोजाना यहाँ लगभग 350 महिलाये आती है | यहाँ कुल 700 मरीजों का ओपीडी है तथा 5 गायनी वार्ड एवं 167 पलंग है | इतनी अव्यवस्था होने की वजह से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है | इनको दुरुस्त किया जाना चाहिए ताकि लोगो को परेशान ना होना पड़े |
ड्रेस पहनकर नहीं आओगें तो कौन पहचानेगा तुम्हे
गायनी वार्ड में सोते मिले पुरुष
गायनी वार्ड में सोते मिले पुरुष को यहां मौजूद स्टॉफ ने वहां से बाहर भेजने की जहमत तक नहीं उठाई। यहां कोई गार्ड भी नहीं है, जिस कारण मरीजों को सुरक्षा का भी खतरा है। इसके साथ ही यहां मरीज के परिजनों का जमावड़ा लगा रहता है। गार्ड नहीं होने से यहां की व्यवस्थाएं बिगड़ी हुई हैं। लापरवाही का आलम ये है कि गायनी ए वार्ड में पलंग पर पुरुष सोते नजर आए।
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अधीक्षक जेके लोन चिकित्सालय डॉ. एचएल मीणा ने कहा कि अस्पताल में व्यवस्था सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। जो कमियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा।