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अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नरेन्द्र गहलोत ने बताया कि शिक्षा सत्र-2017 में प्रति वर्ष की तरह ही बसंत पंचमी के दिन बालिका शिक्षा फ ाउंडेशन जयपुर के जरिए टॉपर बालिकाओं को इस बार इंदिरा प्रियदर्शनी की जगह पद्माक्षी पुरस्कार मिलेगा। पद्माक्षी पुरस्कार में कक्षा 10 तथा 12वीं की मेधावी छात्राओं के साथ ही कक्षा 8 वीं की प्रतिभावान छात्राओं को भी शामिल किया है। एक और खास परिवर्तन इस बार यह हुआ कि इस सत्र से कक्षा 12वीं की छात्राओं को एक लाख रुपए नकद पुरस्कार के साथ स्कूटी भी दी जाएगी।
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पुरस्कार के लिए सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, एसबीसी, बीपीएल तथा दिव्यांग वर्ग की ऐसी बालिकाओं को जो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 8,10 एवं 12 वीं की परीक्षाओं में प्रत्येक जिले में प्रथम रही हो। पुरस्कार के रूप में 8वीं की छात्रा को 40 हजार, दसवीं की छात्रा को 75 हजार, 12वीं की छात्रा को एक लाख रुपए दिए जाएंगे। 12वीं के लिए प्रत्येक संवर्ग को दिया जाना वाला पुरस्कार में कला, वाणिज्य, विज्ञान संकाय में से अधिकतम अंक प्राप्त करने वाली छात्रा का चयन किया जाएगा। इसमें सभी विद्यार्थियों को नियमित अध्ययन करना आवश्यक है।
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एक कैटेगरी और जोड़ी बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पद्माक्षी पुरस्कार के तहत कैटेगरी और क्लास में बढ़ोतरी की है। पूर्व में इंदिरा प्रियदर्शनी अवार्ड सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, एसबीसी और निशक्तजन इन 7 संवर्गों की ऐसी बालिकाएं जो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं में जिले में प्रथम रही हों, को दिया जाता था। पद्माक्षी पुरस्कार में 8वीं कैटेगरी बीपीएल को जोड़ा गया है। वहीं इन 8 संवर्गों में 8वीं बोर्ड परीक्षा में जिला टॉपर छात्राओं को भी यह पुरस्कार दिया जाएगा।