सरकार व चिकित्सकों के विवाद की भेंट चढे़ मासूम बच्चे, 48 घंटों में 5 की मौत
फैडरेशन अध्यक्ष उमरदीन रिजवी ने बताया कि दो दिन से मरीज अस्पतालों में उपचार के लिए भटक रहे हैँ। जहां उन्हें उपचार नहीं मिल रहा। और तो और उपचार के अभाव में लोगों की जाने जा रही है। कोटा के जेकेलोन अस्पताल में एक ही दिन में 5 नवजात शिशुओं की मौत के सीधे जिम्मेदारी हड़ताली डॉक्टर है। डॉक्टर्स को तो भगवान का दर्जा दिया हुआ है। जो अपनी आंखों के सामने रोगियों को मरता छोड़ जा रहा है।न मिले डॉक्टर और न मिला इलाज, भटकते मरीजों को मिली तो सिर्फ तारीख
सचिव उमाशंकर नामा ने बताया कि कोटा शहर में 400 प्राइवेट डेयरियां है। वहीं संभाग में करीब 800-1000 प्राइवेट डेयरियां है। जिनके संचालकों को डेयरी फेडरेशन के फैसले से अवगत कराया जा रहा है। साथ ही गली मोहल्लों में दूध बेचने वाले दूधियों से भी मांग की जा रही है कि वे भी फैडरेशन के इस कार्य में पूरा सहयोग करें।गर्भवती महिलाएं
प्रसव पूर्व जांच कराने जा रही हैं तो पहले पढ़े ये खबरइसलिए कर रहें हैं चिकित्सक हड़ताल कोटा. सेवारत चिकित्सकों ने 33 सूत्री मांगों को लेकर चिकित्सक असहयोग आन्दोलन चला रखा है। जिसके चलते मरीजों को इलाज में परेशानी हो रही है।