हालांकि बाजारों में विभिन्न आकर्षक डिजाइनों वाली पतंगे आकर्षित कर रही है, लेकिन कोरोना की चिंता को देखते हुए पतंगों के निर्माताओं ने कोरोना के प्रति जागरूकता का संदेश देने वाली पतंगे भी तैयार की है। इन पतंगों पर हिन्दी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कोरोना के प्रति जागरूक करने वाले संदेश दिए गए हैं। मकर संक्रांति की बाजारों में रोनक नजर आने लगी है। ज्योतिर्विद लक्ष्मीकांत शुक्ला के अनुसार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी।
वाजिब हैं संदेश, पड़ता है प्रभाव पाटनपोल क्षेत्र में पतंगों के विक्रेता शुभम सोनी व मकबरा बाजार में फारुख हुसैन बताते हैं कि जिस महामारी से दुनिया जूझ रही है, उसके प्रति जागरूकता जरूरी है,इसी के चलते पतंगों के निर्माताओं ने पतंगों के माध्यम से संदेश दिए हैं।पतंगे बच्चे व युवाओं को आकर्षित करती है, ऐसे मेंं इन संदेशों का असर पड़ता है। विक्रेताओं के अनुसार फाइट विद कोरोना, मास्क लगाईए कोरोना से बचिए, दो गज दूरी मास्क है जरूरी, कोरोना से डरना नहीं, मास्क पहनना, मजे की लाइफ जीना, सोशलडिस्टेंस रखना है, जैसे कई संदेश पतंगों में दिए गए हैं।
सस्ती महंगी पतंगें बाजार में सस्ती महंगी सभी तरह की व विभिन्न डिजाइनों में पतंगे मिल रही है। इनमें, चांद सितारा, झालर, सतरंगी, चौरंगी, प्रेम का संदेश देने वाली, दिल, फिल्मी अभिनेता, क्रिकेटर्स, भारत माता व मोदी समेत कई आकर्षक पतंगे हैं। छोटा भीम, पजजी, मिर्जापुर, डोरीमोन, स्पाइडरमेन की पतंगे बच्चों को रास आ रही है। विक्रेताओं के अनुसार बाजार में 2 रुपए से लेकर 50 रुपए तक की पतंगे हैं।बच्चों का मन बहलाने के लिए खिलौना रूपी पतंगें भी इस बार नजर आ रही है।
जैसा चाहें वैसा पंतगों के साथ डोर भी सस्ती महंगी सभी तरह की बाजार में मिल रही है। इनमें 500 से 1000 रुपए तक की मांझे की चरखियां मिल रही हैं। इसके अलावा खाली चरखियों में भी 20 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की चरखियां हैं। अब बढ़ेगी खरीद गुमानपुरा, महावीर नगर, मकबरा समेत अन्य क्षेत्रों में पतंगों के विक्रेताओं के अनुसार दिसम्बर के अंत में पतंगोंं की बिक्री शुरू हो जाती है। विशेष खरीदारी सप्ताह भर पहले से होती है।