सवाईमाधोपुर से कोटा जिले के सुल्तानपुर क्षेत्र के कराडि़या तक 95 फीसदी कार्य पूर्ण हो गया है। शेष पांच फीसदी फिनिशिंग कार्य चल रहा है, जिसमें साउंडप्रूफ लेयर डाली जा रही है। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा तय की गई है। इस मार्ग पर कोटा से जयपुर करीब ढाई से तीन घंटे में और कोटा से दिल्ली करीब 4 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। कोटा से सवाईमाधोपुर और दौसा होकर जयपुर जा सकेंगे।
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सब कुछ ख़ास
– दिल्ली -मुंबई एक्सप्रेस वे 1,350 किमी लंबा, कोटा जिले में 106 किलोमीटर में गुजरेगा
– 8 लेन चौड़ा (12-लेन तक विस्तार योग्य) निर्माणाधीन
– प्रत्येक आधा किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
– मेडिकल इमरजेंसी के लिए प्रत्येक 100 किलोमीटर पर ट्रॉमा सेंटर की सुविधा रहेगी। हेलीपेड भी उपलब्ध होंगे।
– 4.7 किमी लम्बी टनल दरा में निमार्णाधीन, इसके बाद कोटा से मुंबई की दूरी घटेगी।
टोल का भी कुछ नया अंदाज
एक्सप्रेस-वे पर एंट्री लेने पर कोई टोल नहीं लिया जाएगा। एंट्री पॉइंट पर लगे टोल प्लाजा पर गाड़ी का नंबर दर्ज होगा। टोल की कटौती एक्सप्रेस-वे से उतरने पर होगी। यानी जितना एक्सप्रेस-वे पर चलेंगे, उतना आपको टोल देना होगा। कोटा जिले के कराडिया में इंटरचेंज पर 8, जालिमपुरा में 4 और मंडावरा में भी 4 टोल का निर्माण किया जा रहा है।
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रेस्ट एरिया भी खास
हर 50 किमी दूरी पर दिल्ली से मुंबई के बीच 93 रेस्ट हाउस बनाए जा रहे हैं। रेस्ट एरिया में होटल, एटीएम, फूड कोर्ट, सिंगल-ब्रांड फूड, रिटेल शॉप, ईंधन स्टेशन और साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं होंगी।
भारतमाला परियोजना के एक्सप्रेस वे पर जल्द यातायात चालू हो जाएगा। इससे आवागमन सुगम होने के साथ विकास की नई राह खोलेगा। इससे निवेश भी बढ़ेगा।
ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष