शादाब ने बताया कभी भी मैंने तनाव को अपने उपर हावी नहीं होने दिया। इसके लिए मैं सुबह और शाम वॉक करने जाता था। परीक्षा के दिनों में आमतौर पर विद्यार्थी पहले पढ़ाई करते हैं। एक सब्जेक्ट खत्म होने पर दूसरा पढ़ने लगते हैं, लेकिन मैं पहले वॉक पर जाता और उसके बाद पढ़ाई शुरू करता। इससे कभी स्ट्रेस दिमाग में नहीं आया।
विजन था कि सफलता हासिल करनी है और मैंने कर दिखाया। 12 से 14 घंटे पढ़ाई को दिए। एक फर्म में काम भी करता था। आईपीसीसी का एग्जाम दिया। जब तक मेरे पास हिन्दी मीडियम ही था, लेकिन मैं नोट्स अंग्रेजी में पढ़ता था। दसवीं में मेरे सभी दोस्त साइंस सब्जेक्ट लेकर डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन मेरा सपना सीए फाइनल करना था।
परीक्षा से कुछ समय पहले मेरी चचेरी बहन की सगाई थी, लेकिन तैयारी करनी थी, इसलिए उसकी सगाई में भी नहीं गया। ईद भी नहीं मनाई। मूवी देखना तक बंद कर दिया। कुछ पाने के लिए कई बार कुछी चीजों को खुद से दूर करना पड़ता है, लेकिन जब परिणाम आपको पक्ष में आता है तो खुशी दोगुनी हो जाती है।