खाली कॉपी में भी मेहरबानी
परमार के घर मिली टेस्ट की 32 कॉपियों में कई खाली हैं। इनमें भी 6-6 नम्बर दे रखे हैं। 25 नम्बर के टेस्ट में कुछ नहीं खिलने पर भी 6 नम्बर दिए गए हैं। अर्पित इन्हीं खाली कॉपियों को छात्राओं को दिखाकर प्रोफेसर के पास भेजने का दबाव बनाता था।
कमरा या परीक्षा नियंत्रण कक्ष
जिस कमरे में कॉपियां, पेपर आदि मिले हैं। वह कमरा ‘परीक्षा नियंत्रण’ कक्ष जैसा था। कमरे में कार्यालय जैसी टेबल व कुर्सियां लगी थीं।
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वाट्सऐप पर आउट कर देता था पेपर?
एसआईटी प्रभारी व पुलिस उप अधीक्षक अमर सिंह के अनुसार, मंगलवार को आरोपी प्रोफेसर के घर की तलाशी ली गई। परमार के घर से यूनिवर्सिटी के टेस्ट की कॉपियां, पेपर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। घर के एक कमरे से 32 छात्र-छात्राओं के टेस्ट कॉपियां मिलीं हैं। वहीं टेस्ट होने से पहले छात्र-छात्राओं को वाट्सऐप ग्रुप पर देने के लिए बनाए गए प्रश्न का एक कागज भी मिला है, जिसमें 40 प्रश्न लिखे हैं। इन्हीं प्रश्नों में से टेस्ट के लिए छांटे गए 25 प्रश्न लिखा कागज भी मिला है। इस प्रकरण में आरटीयू का प्रोफेसर गिरीश परमार व सहयोगी छात्र अर्पित अग्रवाल गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दोनों 28 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं। इनके अलावा कई संदिग्ध जांच के दायरे में हैं।
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बिचौलिए अर्पित के घर की भी तलाशी
एसआईटी ने आरोपी छात्र अर्पित के घर की भी तलाशी ली। वहां अन्य छात्र-छात्राओं की उपस्थिति का लेखा-जोखा मिला है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति किसी रजिस्टर में नहीं, बल्कि एक शीट पर दर्ज मिली है। अर्पित के मोबाइल से एसआईटी की टीम को 50 से अधिक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिली थीं, जिनकी भी जांच की जा रही है।