आइएलएस तकनीक से होगा लैस
कोटा के एयरपोर्ट पर आइएलएस (इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम) लगाया जाएगा। इसमें रनवे पर केटवन श्रेणी की लाइटें लगाई जाएंगी। साथ ही अत्याधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी। इससे एयरपोर्ट पर मौसम खराब होने, तूफान आने और घुप अंधेरी रात में भी आसानी से बड़े यात्री विमान लैंडिंग कर सकेंगे। विमान की बेहतरीन लैंडिंग के लिए डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज रेडियो नेविगेशन सिस्टम (डीवीओआर) के तहत हाई फ्रीक्वेंसी उपकरण लगाए जाएंगे।सात बड़े विमान हो सकेंगे खड़े
कोटा के नए एयरपोर्ट पर विशाल एप्रन (विमान खड़ा करने का स्थान) बनाया जाएगा। इस एप्रन में एक साथ सात बड़े विमान खड़े किए जा सकेंगे।दुनियाभर में प्रसिद्ध राजस्थान के इस मंदिर परिसर की दुकानों में मिले फफूंद लगे 800 किलो लड्डू, मच गया हड़कंप
डीपीआर बनाने का काम जल्द
कोटा का एयरपोर्ट राजस्थान में सबसे बड़ा होगा। यहां लगने वाले अत्याधुनिक उपकरणों से तूफान और रात में भी बड़े यात्री विमान उतर सकेंगे। एयरपोर्ट का काम जल्द से जल्द शुरू हो, इसके लिए तीन-तीन कंसलटेंट अलग-अलग डीपीआर बना रहे हैं। जल्द ही डीपीआर बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।–तुलसीराम मीणा, डिप्टी जनरल मैनेजर (सिविल) एंड एयरपोर्ट डायरेक्टर, कोटा