कार्ड में रहता विवरण कार्ड में महिलाओं के गर्भ धारण करने से लेकर डिलेवरी होने तक का सम्पूर्ण विवरण रहता है। जब भी वे अस्पताल डॉक्टर को दिखाने आती है उस कार्ड में बीपी, शुगर, वेट, हिमोग्लोबिन, एचआईवी जांच, वीडीआरएल की जांच सहित कई जांच दर्ज कर दी जाती है। कार्ड को देखकर ही चिकित्सक आगे का इलाज लिखता है।
जेके लोन के अधीक्षक डॉ. आरके गुलाटी ने कहा कि कार्ड खत्म हो रहे हैं। उन्हें बनवाने के आदेश दिए हुए हैं, शीघ्र आ जाएंगे। कार्ड के अभाव में जेरोक्स से काम चला रहे हैं।
निजी अस्पतालों में मरीजों को मिलेगा नि:शुल्क इलाज सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल के चलते मरीजों को इलाज में परेशानी न हो इसके लिए प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीनू गुप्ता ने निजी अस्पतालों के प्रबंधन को रोगियों का नि:शुल्क इलाज करने के आदेश जारी किए हैं। इसके लिए शहर के कुछ हॉस्पिटल को अधिकृत किया गया है, जिसमें भारत विकास परिषद चिकित्सालय, संजीवनी, जायसवाल, रामकृष्ण, गोयल, केएचआई व सुधा हॉस्पिटल शामिल है। यहां मरीज सरकारी पर्ची पर नि:शुल्क इलाज करा सकेंगे और बाद में सरकारी अस्पतालों से दवा भी ले सकेंगे।