इस प्रयोग के चलते कोटा मंडल में प्रतिमाह 22600 लीटर डीजल की बचत होगी। लगभग 21 लाख 47 हजार प्रतिमाह के हिसाब से सालाना 2 करोड़ 57 लाख 64 हजार रुपए का राजस्व भी बचेगा। यह पावर कार लगभग सभी प्रकार के एलएचबी टाइप के कोचों के लिए उपयोगी है। यह पावर कार पर्यावरण के अनुकूल है और डीजल जनरेटर सेट नहीं होने से वायु प्रदूषण के साथ साथ ध्वनि प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी। डीजी सेट के रखरखाव और उसकी मरम्मत पर होने वाला खर्च भी बचेगा।
ट्रेन से डीजल जनरेटर सेट के हट जाने से अतिरिक्त खाली स्थान हो जाएगा। इस खाली स्थान का उपयोग यात्री कोच के लिए किया जा सकेगा।
नई तकनीक के उपयोग पावर कार में ऑयल लीकेज या ऑयल के फैलाव जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। आग लगने का खतरा नहीं रहेगा। सामान्यतया डीजी सेट पावर कार में 1 घंटे में लगभग 40 लीटर डीजल की खपत होती है। आने वाले दिनों में ज्यादातर रेलगाडिय़ों में एलएचबी कोच इस्तेमाल होंगे और यह आधुनिक पावर कार भी सभी प्रकार के एलएचबी टाइप के कोचों के लिए उपयोगी एवं अनुकूल है।