केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं का
कोटा में विरोध पढ़ाई के साथ व्यवस्थाओं में भी फैल निरीक्षक ने कक्षा तीन के बच्चों से किताब पढऩे को कहा तो एक भी बच्चा किताब नहीं पढ़ पाया। आठवीं के बच्चे जोड़ व बाकी नहीं कर सके। विद्यालय के शाौचालय के अंदर व बाहर गंदगी थी, जिसे साफ करने को कहा। उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर, पेयजल की व्यवस्था आदि का निरीक्षण करते हुए प्राचार्य को व्यवस्था को अधिक बेहतर बनाने संबंधी निर्देश प्रदान किए।#sehatsudharosarkar: अब तक 62 लोगों की जान ले बैठा डेंगू, स्वाइन फ्लू और स्क्रब टायफस
हिन्दी में ज्यादा बुरा हाल राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद जयपुर एवं जिले के प्रभारी युगानंतर शर्मा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय रानीबड़ौद पहुंचे। यहां पर जाते ही कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों से बातचीत की। कंडेंस कोर्स के अंतर्गत बालिकाएं एबीसीडी नहीं पहचान पाई। कक्षा छह में बच्चों से अंग्रेजी में मैन व वूमैन लिखने को कहा तो एक भी बच्चा लिख नहीं पाया। हिन्दी में तो बच्चों का हाल इससे ज्यादा बुरा था।
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एक घंटे बाद भी नहीं खुला स्कूल गुणवत्ता शिक्षा प्रभारी गंगाधर निर्मल ने बताया कि डाइट के प्रधानाचार्य बिरधीलाल नागर निरीक्षण करने प्राथमिक स्कूल कापड़ीखेड़ा पहुंचे लेकिन सुबह 10.30 बजे तक स्कूल नहीं खुला था। इससे पर प्रधानाचार्य ने नाराजगी जताई। उन्होंने संस्था प्रधान से मौके पर ही स्कूल खुलवाया। बच्चों का शैक्षणिक स्तर जांच तो कमजोर पाया गया। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक राधेश्याम जाट ने राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल बैंगनी का निरीक्षण किया।