जिस हिस्ट्रीशीटर को तलाश रही थी राजस्थान की पुलिस, भाजपा के विधायक पहना रहे थे उसे माला
कोटा में ये है स्थिति कोटा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र 39, सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र 13, डिस्पेन्सरी 12, जिला अस्पताल रामपुरा, मोबाइल सर्जिकल यूनिट, ईएसआई अस्पताल, महाराव भीमसिंह चिकित्सालय, जेके लोन, न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल आदि में कुल 247 सेवारत चिकित्सक कार्यरत हैं। संभाग में 640 सेवारत चिकित्सक हैं। उनके अवकाश पर जाने से व्यवस्था बिगड़ सकती है। कोटा जिले से अभी तक 240 चिकित्सक अपने इस्तीफे सौंप चुके हैं। दो दिन बाद इनके सामूहिक हड़ताल पर जाने की वजह से पहले से ही भयावह हालत से गुजर रहे कोटा की चिकित्सीय व्यवस्थाएं पूरी तरह ठप होने की आशंका है।
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सुबह से ही उमड़ी मरीजों की भी़ड़ कोटा में डेंगू, स्क्रब टायफस और स्वाइन फ्लू की वजह से पहले से ही हालात खराब हैं। यहां अब तक 91 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में सोमवार सुबह से ही हॉस्पिटल में मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी है। जिससे निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर्स, रेलवे और आयुर्वेद चिकित्सा सेवा के चिकित्सकों को तैनात किया गया है। वह ओपीडी में आए मरीजों को देखने में जुटे हैं, लेकिन अस्पतालों के बाहर भीड़ बढ़ने के साथ ही इन चिकित्सकों से सामने मुश्किल खड़ी होना भी शुरू हो गया है।