कैथूनीपोल सीआई अनिल टेलर ने बताया कि स्वागत गेट लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। पुलिस ने मामले को पूरी तरह शांत करवा दिया है। दोनों पक्षों के सदस्यों को पुलिस ने शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में महेन्द्र कुमार, त्रिलोक सैनी, मेघराज, मनोज सोनी व अन्य तीन चार लोग हैं। जिनके हल्की चोट लगी है। इसमें हमारे थाने के एएसआई सियाराम मीणा, एएसआई प्रेम कुमार,कांस्टेबल धोलाराम गुर्जर भी घायल हुए हैं।
एक दूसरे पर पत्थरों व डंडे से किया हमला
इस मामले में लोगों ने आपस में एक-दूसरे के ऊपर पत्थर और डंडे से हमला किया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर ईंट और पत्थर फेंके। इसमें दो पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। लोगों ने ईंट और पत्थर फेंके हैं। दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को चोट आई है। जिसमें एक मुकदमा पुलिस की तरफ से दर्ज किया जाएगा। वहीं झगड़ा करने वाले दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। दोनों पक्षों के 8 से 10 लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिन्हें शांति भंग में पाबंद किया जा रहा है। मौके पर शांति बनी हुई है। एक ही पार्टी के दो नेताओं के बीच हुआ विवाद
कैथूनीपोल थाना इलाके में एक ही पार्टी के दो नेताओं के बीच यह विवाद हुआ है। इसमें एक तरफ हरीश राठौर का पक्ष है, तो दूसरी तरफ संदीप उर्फ बाबू भाटिया के लोगों के बीच विवाद हुआ है। सीआई अनिल टेलर ने बताया कि लाल बुर्ज के नजदीक कुछ युवकों ने गणेश प्रतिमा स्थापित की। इस जगह पर बाबू भाटिया अपनी टीम के साथ स्वागत का स्टेज लगाते हैं। इस बार भी गणेश प्रतिमा को यहां से शिफ्ट किया जाना था, इसको लेकर हरीश राठौर और बाबू भाटिया के लोगों के बीच विवाद हो गया। इसी मामले को लेकर शनिवार देर रात को भी विवाद हुआ था,लेकिन आपसी समझाइश के बाद में मामला शांत हो गया था।
ये नहीं होते, तो यहां पर हो जाती बड़ी घटना
इधर घायल एएसआई सियाराम मीणा व कांस्टेबल गुर्जर ने इस पूरे मामले में बहुत ही अच्छा काम किया है। अगर यह दोनों नहीं होते, तो यह घटना और भी बडी हो सकती थी। जैसे ही घटना की जानकारी मिली सबसे पहले ये दोनों मौके पर पहुंचे। यहां पर इन्होंने देखा की दो पक्ष आमने सामने हो रहे है। इसके बाद में धोलाराम गुर्जर ने वहां पर रखे लोहे के पाइप से इन दोनों के लोगों को एक दूसरे के सामने से दूर किया। इसके बाद में एक पक्ष ने निर्माणाधीन इमारत पर चढ़ गए और वहां से पत्थर बाजी कर दी। इसको देख एएसआई सियाराम व कांस्टेबल धोलाराम ने लोगों को वहां से हटाया। इस दौरान पत्थर एएसआई सियाराम के कंधे पर लगा और कांस्टेबल के पैर पर आकर लगा। जिससे उसका पैर फैक्चर हो गया है।