जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी विकास सरदाना ज्वैलर्स है। विकास ने उसके यहां काम करने वाले लोहित रैगर को 36.50 लाख रुपए व 540 ग्राम सोने के जेवर लेकर ट्रेन से मुम्बई भेजा था। लोहित 12 दिसम्बर को राजधानी ट्रेन में चढ़ा था। उसके पास सीट नहीं थी। ऐसे में उसने टीटी से रसीद बनवाई थी और बैठ गया। इस बीच दो अटेंडेंट उसके पास आए और उससे बातचीत करने लगे। रास्ते भर वह बातचीत करते हुए आए और नजदीकियां बढाई। उन्होंने लोहित से कहा कि आगे चैकिंग है, उन पर कोई शक नहीं करेगा। बैग उन्हें दे दो। ट्रेन के कोटा स्टेशन पर पहुंचने पर लोहित बाथरूम गया। वापस आया तो सीट से बैग गायब था तथा दोनों अटेंडेंट भी गायब थे। बैग गायब देख उसके होश उड़ गए। उसने अटेंडेंट को ट्रेन में तलाश किया, लेकिन नहीं मिले। लोहित ने 14 दिसम्बर को कोटा जीआरपी में चोरी की रिपोर्ट दी।
अडेंटेंट की हुई पहचान
उधर, जीआरपी थाना प्रभारी मनोज सोनी ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर अटेंडेंट की पहचान योगेश और रामवीर के रूप में हुई है। आरोपियों की तलाश के लिए तीन टीमें गठित की हैं। सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।
एग्जीबिशन के लिए ले जा रहा था रकम-सोना
ज्वैलर्स विकास सरदाना मुम्बई में भी सोने-चांदी का व्यापार करता है। लोहित पहली बार ट्रेन से सोना और रुपया लेकर जा रहा था। एक्जीबिशन और जेवरातों की फिनिशिंग के लिए वह मुम्बई जा रहा था।