गौरतलब है कि कोटा संभाग मुख्यालय होने के बावजूद भी अभी तक यहां पर कोरोना जांच की कोई सुविधा नहीं थी। ऐसे में यहां मिलने वाले कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच के सेम्पल जयपुर व झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भेजे जा रहे थे। इसके चलते मरीजों को दूसरे दिन इसकी रिपोर्ट मिल रही थी, लेकिन सरकार ने मेडिकल कॉलेज में वैकल्पिक तौर पर जांच की सुविधा शुरू करने के लिए आदेशित किया था।
नई मशीन की स्वीकृति मिली कोरोना वायरस के सेम्पल जांच के लिए नई मशीन की सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। दस लाख के सिविल वर्क का प्रस्ताव भेज दिया है। उसकी अनुमति भी मिल जाएगी। दस दिन के अंदर नई मशीन भी आ जाएगी। उसके बाद नई मशीन से जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।
कोटा मेडिकल कॉलेज में पुरानी मशीन से कोरोना वायरस की जांच की सुविधा शुरू कर दी है। पहले दिन 18 सेम्पल लगाए गए। नई मशीन की खरीद के लिए भी प्रयास कर रहे। उसके सिविल वर्क के प्रस्ताव भेजे हैं।
डॉ. विजय सरदाना, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज