गौरतलब है कि केन्द्र व राज्य सरकार में कोटा का सशक्त प्रतिनिधित्व है। अब नए एयरपोर्ट का सपना भी जल्द पूरा हो सकता है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के विशेष प्रयास काम आए हैं। कोटा में एयरपोर्ट के लिए बिरला शुरू से प्रयासरत रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से जमीन व फंड दिया गया है। उधर केंद्र की ओर से कोटा में एयरपोर्ट की मंजूरी के लिए ओम बिरला के प्रयास रंग ला रहे हैं।
शिफ्ट होंगी लाइन
एयरपार्ट क्षेत्र की ईएचवी पावर लाइनों को शिफ्ट करने का कार्य पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से किया जाएगा। इस कार्य के लिए करीब 40 करोड़ रूपए राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के ओर से व्यय किए जाएंगे।
राज्य सरकार ने दी थी 1250 एकड़ निशुल्क भूमि राज्य सरकार ने गत वर्ष जुलाई माह में कोटा में नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए 1250 एकड़ भूमि निशुल्क प्रदान करने की घोषणा की थी। इसके बाद कोटा शहर के बाहर शंभूपुरा गांव के निकट एयरपोर्ट के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को भूमि स्थानान्तरित करने की प्रकिया शुरू हो गई।
तकनीकी मूल्यांकन में भूमि मिली उपयुक्त
राज्य सरकार की ओर से भूमि देने की प्रकिया शुरू होने के बाद एएआई की 6 सदस्यीय टीम ने इसके लिए गत वर्ष चिन्हित भूमि का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने भूमि को तकनीकी मूल्यांकन में सही पाया।
तेजी से चल रही भूमि डायवर्जन की प्रक्रिया कोटा में नए एयरपोर्ट के लिए चयनित की गई भूमि में कुछ वन क्षेत्र आ रहा है। डायवर्जन के लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है। जमीन डायवर्जन के बतौर 48 करोड़ रुपए शुल्क राज्य सरकार की ओर से दिया जाना प्रस्तावित है। इसके आगे केंद्र सरकार की ओर से डायवर्जन की प्रकिया चल रही है। कोटा में नए हवाई अड्डे का निर्माण जल्द शुरू कराने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला हर स्तर के अधिकारियों की बैठक ले चुके हैं।
यह है एएआई की रिपोर्ट
एएआई की रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में 199.69 मिलियन यात्री भारतीय हवाई अड्डों से सफर चुके हैं। 2022-23 में यह संख्या 338.19 मिलियन होने की संभावना है। 2023-24 में 404.49 मिलियन और 2024-25 में 448.71 मिलियन होने का आकलन किया गया है।
कोटा के नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए शंभूपुरा में भूमि व निर्माण के लिए प्रक्रिया में है। इस मामले में विभिन्न स्तर पर प्रकियाएं चल रही है। ओपी बुनकर, जिला कलक्टर, कोटा