नहीं दे रहे खातेदारी कुराड़ निवासी गिर्राज गोयल ने बताया कि उसने 1985 में जमीन खरीदी थी। रजिस्ट्री भी है लेकिन उन्हें जमीन की खतेदारी नहीं दी जा रही। वे सभी जगह पर चक्कर लगाकर थक गए। राज्यपाल व राजस्व मंत्री तक से लिखित में ले आए लेकिन फिर भी काम नहीं हो रहा। जनसुनवाई में भी कलक्टर ने उन्हें इस संबंध में अदालत में जाने की बात कहकर टाल दिया। अभयपुरा निवासी मोहन सिंह ने बताया कि वह 4 साल से 5 बीघा जमीन अपने नाम करवाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। जनसुनवाई में भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
नहीं कर रहे दुकान खाली तलवंडी निवासी सुमन मठसिहला ने बताया कि उन्होंने काफी समय पहले सहकारी उपभोक्ता भंडार के लिए अपनी दुकान किराए पर दी थी। लेकिन, पिता के निधन के बाद वे करीब दो साल से दुकान खाली करवाना चाह रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारी को जमकर लताड़ सुनाई। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि कोई आपके मकान पर कब्जा कर ले तो कैसा लगेगा। कलक्टर ने विभागीय अधिकारी को चार्जशीट तक के आदेश दे दिया।
इन्हें मिली राहत रोटेदा रोड निवासी कक्षा तीसरी के छात्र कुलदीप की एक आंख से दृष्टिबाधित होने के कारण उसके आधार कार्ड पंजीयन में परेशानी आ रही थी। वह कई ई मित्रों के चक्कर काट आया था। उसने जनसुनवाई मेंअपनी पीड़ा बताई तो कलक्टर ने मौके पर ही आधार पंजीयन करवाकर राहत प्रदान की। श्रीनाथपुरम निवासी राजेश(60) पत्नी किशन गोपाल ने किसी भी तरह की पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की। कलक्टर ने इनकी वृद्धावस्था पेंशन का आवेदन भरवाकर स्वीकृत करने के निर्देश दिए।