विकासखंड बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत डूभापानी निवासी रामकिशुन (40) और जगबंधन (35) 23 अगस्त को अपने घर से मछली मारने गांव के पास के ही गेज नदी में गए थे। उस दिन गेज नदी उफान पर थी। दोनों शाम तक अपने घर नहीं लौटे, दूसरे दिन भी नहीं लौटे। इस दौरान परिजनों ने उनकी कोई खोज-खबर नहीं ली।
शुक्रवार को गेज नदी ग्रामीण का शव देख गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से रामकिशुन के शव को नदी से बाहर निकालकर पीएम कराने जिला अस्पताल भेजा गया। वहीं दूसरे ग्रामीण के शव की तलाश जारी है।
सडऩे की स्थिति में शव, दूसरे की तलाश जारी
नदी में डूबने के तीसरे दिन एक ग्रामीण का शव बरामद हुआ है। तीन दिन तक शव पानी में डूबे होने के कारण सडऩे लगा था। ग्रामीणों की मदद से चारपाई में शव को लेकर जिला अस्पताल पीएम कराने भेजवाया गया। वहीं दूसरी ओर दूसरे ग्रामीण के शव की खोजबीन जारी है। फिलहाल शुक्रवार शाम तक पता नहीं चल पाया है।
नदी में डूबने के तीसरे दिन एक ग्रामीण का शव बरामद हुआ है। तीन दिन तक शव पानी में डूबे होने के कारण सडऩे लगा था। ग्रामीणों की मदद से चारपाई में शव को लेकर जिला अस्पताल पीएम कराने भेजवाया गया। वहीं दूसरी ओर दूसरे ग्रामीण के शव की खोजबीन जारी है। फिलहाल शुक्रवार शाम तक पता नहीं चल पाया है।
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मृतक के परिजनों ने भी नहीं ली थी कोई खोज खबर
ग्रामीणों के अनुसार मछली मारने घर से निकले रामकिशुन व जगबंधन के घरवालों ने 2 दिन तक उनकी कोई खोज-खबर नहीं ली। घटनातिथि के दिन भारी बारिश हुई थी और गेज नदी में बाढ़ जैसी स्थिति थी। अभी भी नदी में पानी का तेज बहाव है। फिलहाल शव को खोजने होमगार्ड से गोताखोर व बाढ़-आपदा बचाव दल को नहीं बुलाया गया है।