कुसमुंडा के निजी स्कूल के बारे मे ऐसी सूचना मिली थी कि यहां के पांचवी कक्षा के पांच बच्चे ब्लू व्हेल गेम से संबंधित कुछ टास्क पूरा कर रहे थे। जिन्होंने हाथ मे कट का निशान भी बना लिया है, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने बच्चों के ब्लू व्हेल गेम के टॉस्क से गुजरने की बात से पल्ला झाड़ लिया है। कोई अभिभावक भी सामने नहीं आया है। ऐसे में पुलिस के सामने भी कार्रवाई को लेकर असमजंस्य की स्थिति पैदा हो गई है।
दूसरा पहलू यह भी-प्राप्त सूचना के अनुसार पांचवी कक्षा के पांच छात्रों ने ब्लू व्हेल गेम का टास्क पूरा करने के लिए 30 सेकेंड तक सिर पानी मे डूबोए रखा। साथ ही हाथ में हल्का कट भी लगाया। इस तरह की बात सामने आई, लेकिन अब स्कूल के प्राचार्य जीएन कुरियन ने इन बातों को साफ तौर पर नकार दिया है। मीडिया के सामने कोई अभिभाव भी नहीं आए हैं। ऐसे में स्कूल प्रबंधन पर गंभीर मामले को दबाने का भी आरोप लग रहा है। क्या वाकई में स्कूल के बच्चे ब्लू व्हेल गेम के खतरनाक टॉस्क से गुजर रहे थे? बहरहाल अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है।
इधर डीपीएस के जवाब का इंतजार- डीपीएस एनटीपीसी के बच्चों की छ:माही परीक्षा में ९वीं के छात्रों से हिन्दी विषय के पर्चे में सवाल पूछा गया कि ‘ब्लू व्हेल खेल से संबंधित दो मित्रों के बीच के संवाद को 50 शब्दों मे लिखिए। इस संबंध मे लापरवाही के लिए डीईओ ने डीपीएस को नोटिस जारी किया है। फिलहाल स्कूल प्रबंधन ने जवाब नहीं दिया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद ही कोई कार्रवाई होगी।